बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, चारधाम यात्रा का हुआ सफल समापन
चार धामों में शामिल बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार शाम 5 बजकर 13 मिनट पर शीतकाल के लिये बंद कर दिये गए, कपाट बंद होने के। दौरान बदरीनाथ मंदिर को भव्यरूप से फूलों से सजाया गया। धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया 13 नवंबर से ही शुरू हो गयी थी, पिछले दो दिनों से यहां पर गुप्त मंत्रों से भगवान बदरीनाथ की पूजा अर्चना चल रही थी। 10 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खोले गए थे।
बाकी तीन धाम केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट पहले ही बंद हो चुके हैं और आज बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही चारधाम यात्रा का भी समापन हो गया है। कपाट बंद होते समय बद्रीनाथ में गढ़वाल राइफल के बेंड ने संगीत की मधुर धुनें बजाई तो वहीं करीब एक से डेढ़ हजार के करीब श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में मौजूद थे।
इस साल यात्रियों की संख्या के लिहाज से चारधाम यात्रा ने रिकॉर्ड कायम किया है, केदारनाथ में आई आपदा के बाद इस बार पहली बार तीर्थयात्रियों का संख्या अपने उच्चतम स्तर पर थी। चारों धामों में बर्फबारी भी शुरू हो गई है।
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