उत्तराखंड : मिलावटी दूध में लगाम लगाने में सरकार असफल, आरटीआई के जरिए हुआ खुलासा
उत्तराखंड के काशीपुर, रुद्रपुर, देहरादून और हरिद्वार जैसी जगह पर मिलावटी दूध की तमाम शिकायतों के बावजूद भी सरकार इस पर रोक लगाने में असफल है, खाद्य सुरक्षा विभाग की निष्क्रियता इस बात से सामने आती है कि पिछले छह वर्षों में काशीपुर और रुद्रपुर में दूध के मात्र 25 नमूने भरे गए हैं। इस अवधि में सिर्फ पांच दूध विक्रेताओं के खिलाफ दस-दस हजार रुपये जुर्माने की कार्रवाई हुई है। यह खुलासा आरटीआई के तहत हुआ है।
आरटीआई कार्यकर्ता आसिम अजहर ने 26 फरवरी 2019 को आरटीआई के तहत खाद्य सुरक्षा विभाग से रुद्रपुर और काशीपुर में घर-घर दूध बेचने वालों के संबंध में सूचना मांगी थी, जिसके जवाब में खाद्य संरक्षा विभाग की ओर से सूचना दी गई है कि 2013 से अब तक रुद्रपुर में 81 और काशीपुर में 280 दूध विक्रेताओं का पंजीकरण किया गया है। इस दौरान दूध विक्रेताओं के रुद्रपुर में 15 और काशीपुर में मात्र 10 नमूने ही भरे गए। काशीपुर और रुद्रपुर में पंजीकृत 361 दूध विक्रेताओं में से 352 दूधियों ने अपना नवीनीकरण नहीं कराया है। इस दौरान दोनों स्थानों पर कुल 25 नमूने लिए गए। इनमें से पांच नमूने फेल हुए।
खाद्य सुरक्षा विभाग की निष्क्रियता का यह उदाहरण रुद्रपुर और काशीपुर का है इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि देहरादून और हरिद्वार में भी कई शिकायतों के बावजूद मिलावटी दूध बेचने वाले दूधियों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती।
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Mirror News