Uttarakhand आस्था के आगे भयानक मौसम भी हार रहा, नंदा लोकजात में दिख रहा नजारा
उत्तराखंड के उच्च हिमालई जिलों में जहां रह-रह कर भारी बारिश हो रही है और नदी-नाले उफान पर हैं, वहीं चमोली जिले से एक ऐसी तस्वीर आई है जो बताती है कि किस तरह से लोगों की आस्था भारी बारिश को भी हरा रही है। दरअसल यहां इस वक्त नंदा की वार्षिक लोकजात यात्रा चल रही है, मां नंदा को डोली में बिठाकर लोग उसे ससुराल छोड़ने जाते हैं, इस यात्रा के दौरान उच्च हिमालई इलाकों में कई दिनों की यात्रा होती है।
दरअसल नंदा की वार्षिक लोकजात यात्रा सिद्धपीठ कुरुड मंदिर से शुरू होती है। यहाँ से प्रस्थान कर राजराजेश्वरी बधाण की नंदा डोली बेदनी बुग्याल में, कुरुड दशोली की नंदा डोली बालपाटा बुग्याल और कुरुड बंड भुमियाल की छ्न्तोली नरेला बुग्याल में नंदा सप्तमी/ अष्टमी के दिन पूजा अर्चना कर, नंदा को समौण भेंट कर वार्षिक लोकजात संपन्न होती है। 14 अगस्त को शुरू हुई नंदा लोकजात विभिन्न स्थानों से होकर 25 अगस्त को अपने अंतिम स्थान पर पहुंचती है। इस यात्रा के दौरान घाट क्षेत्र के कुंडाबगड़ से एक ऐसा नजारा सामने आया है जिससे पता चलता है कि आस्था के सामने भारी बारिश और खराब मौसम भी कुछ नहीं है। यहां एक उफनते नाले को भक्तों ने नंदा की डोली को कंधे में उठाकर पार किया। तस्वीरें देखिए….
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