उत्तराखंड का प्रसिद्ध देवीधूरा मेला शुरू, रक्षाबंधन के दिन होगा प्रसिद्ध बग्वाल युद्ध
विश्व प्रसिद्ध मां बाराही धाम देवीधुरा में 14 दिनों तक चलने वाले मेले का आज 11 अगस्त को शुभारंभ हो गया, मेले का मुख्य आकर्षण बग्वाल रक्षा बंधन के दिन 15 अगस्त को खेली जाएगी।
माँ वाराही देवी का मंदिर उत्तराखण्ड राज्य के लोहाघाट नगर से 60 किलोमीटर दूर स्थित देवीधुरा कस्बे में स्थित है. देवीधुरा चंपावत जिले में स्थित है। माँ वाराही का मंदिर 52 पीठों में से एक माना जाता है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार माँ काली के गणों को प्रसन्न करने के लिये नरबलि की प्रथा थी, लेकिन जब एक वृद्धा के इकलौते पोते की बारी आई तो उसने उसे बचाने के लिये देवी से प्रार्थना की। देवी उसकी आराधना से खुश हुई और उसके पोते को जीवनदान दिया, लेकिन साथ ही शर्त रखी कि एक व्यक्ति के बराबर ख़ून उसे चढ़ाया जाए। तभी से पत्थरमार (पाषाण) युद्ध में खून बहाकर देवी को प्रसन्न किया जाता है. इस पत्थरमार युद्ध को लोकल भाषा में “बग्वाल”कहा जाता है। बदलते वक्त के साथ अब बग्वाल पत्थरों से नही फलों से खेली जाती है।
माँ वाराही देवी के बारे में यह मान्यता है कि कोई भी व्यक्ति मूर्ति के दर्शन खुली आँखों से नहीं कर सकता है क्युकी मूर्ति के तेज से उसकी आँखों की रोशनी चली जाती है, इसी कारण देवी की मूर्ति को ताम्रपेटिका में रखी जाती है।
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