चीन से तनाव के बीच इंडियन आर्मी का महत्वपूर्ण बयान, वहीं रक्षामंत्री राजनाथ शुक्रवार को लद्दाख दौरे पर
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक और सैन्य स्तर पर सैनिकों को पीछे हटाने को लेकर बातचीत हो रही है, लद्दाख LAC पर कुछ जगहों पर दोनों देशों के सैनिक अपनी पूर्व की स्थिति से पीछे भी हटे हैं और कुछ जगहों को लेकर अभी भी बातचीत जारी है। इस सब के बीच भारतीय सेना की ओर से एक बयान जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि 14 जुलाई को भारत के चुशुल में दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच बातचीत हुई। बयान में बताया गया है कि यह बातचीत 5 जुलाई को दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच हुई बातचीत को ही आगे बढ़ा रही है। सेना ने अपने बयान में कहा कि वरिष्ठ कमांडरों ने पूर्वी लद्दाख में पीछे हटने के पहले चरण के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा की, क्षेत्र से सैनिकों का पूरी तरह से हटना सुनिश्चित करने के लिये आगे के तरीकों पर चर्चा की गई। बयान में कहा गया है कि दोनों पक्ष पूरी तरह से पीछे हटने के उद्देश्य को लेकर प्रतिबद्ध हैं। यह प्रक्रिया ‘‘जटिल’’ है और इसमें लगातार सत्यापन की जरूरत है, दोनों पक्ष नियमित कूटनीतिक और सैन्य स्तर की बातचीत के जरिए इसे आगे बढ़ा रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लद्दाख में मौजूद एलएसी की कुछ जगहों से चीनी सेना पीछे हटी है लेकिन अभी भी कुछ विवादित जगहों पर भारत और चीन के सैनिक आमने-सामने हैं। इस सबके बीच शुक्रवार 17 जुलाई को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लद्दाख के दौरे पर जा रहे हैं।
अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें…. Mirror Uttarakhand News
( उत्तराखंड की नंबर वन न्यूज, व्यूज, राजनीति और समसामयिक विषयों की वेबसाइट मिरर उत्तराखंड डॉट कॉम से जुड़ने और इसके लगातार अपडेट पाने के लिए नीचे लाइक बटन को क्लिक करें)