अगुस्ता वेस्टलैंड घोटाले में मुख्य बिचौलिया भारत लाया गया, हो रही है पूछताछ होंगे बड़े खुलासे
अगुस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले के सिलसिले में भारत सरकार को बड़ी कामयाबी मिली है,रद्द हो चुके इस वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीद के सौदे की प्रक्रिया के दौरान बिचोलिये की भूमिका निभाने वाले क्रिश्चियन मिशन को यूएई की सरकार ने भारत को प्रत्यर्पित कर दिया है, अभी तक वो यूएई में जेल में था और उसे अब भारत ले आया गया है, अभी वह सीबीआई की कस्टडी में है।
लगभग 3600 करोड़ रुपये की अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकाप्टर खरीद में क्रिश्चियन मिशेल प्रमुख बिचौलिये की भूमिका में था। रिश्वत की अधिकांश रकम उसके मार्फत ही तत्कालीन अधिकारियों और नेताओं के बीच बांटी गई थी। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड की ओर से दलाली की रकम क्रिश्चियन मिशेल की कंपनियों में दिये जाने के ठोस सबूत हैं। अधिकांश देशों से इस संबंध में सबूत जुटाए जा चुके हैं। इन सबूतों को देखने के बाद ही यूएई की अदालत ने प्रत्यर्पण का फैसला दिया। वीवीआइपी हेलीकॉप्टरों की खरीद में दलाली दिए जाने का इटली में खुलासा हुआ था। इस आरोप में कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों और दलालों को वहां गिरफ्तार किया गया था। 2013 में इस खुलासे के बाद सीबीआइ ने भी एफआइआर दर्ज की थी। लेकिन, पुख्ता सुबूत जुटाने के बाद पिछले साल पूर्व सेनाध्यक्ष एसपी त्यागी को नौ दिसंबर, 2016 को जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में पूर्व सेनाध्यक्ष एसपी त्यागी, उनके भाई संजीव त्यागी उर्फ जूली त्यागी और वकील गौतम खेतान समेत नौ आरोपियों के खिलाफ सीबीआइ ने अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर दिया है। आरोप पत्र में लगभग 3600 करोड़ रुपये में 12 हेलीकॉप्टरों की खरीद सुनिश्चित करने के लिए 470 करोड़ रुपये की दलाली दिए जाने का आरोप लगाया था!
Mirror News
(हमसे जुड़ने के लिए नीचे हमारे Like बटन को क्लिक करें)
( अपने आर्टिकल mirroruttarakhand@gmail.com पर भेजें)