अजीत डोभाल के एक फोन ने चीन में मचाई हलचल, फिर LAC सीमा पर तनाव कम होने लगा
लद्दाख में भारत चीन-सीमा से तनाव कम होने की खबरें आ रही हैं, सीमा पर तनाव कम करने को लेकर भारत और चीन में सहमति बन गई है। विवादित स्थलों पर अपनी-अपनी सेनाओं को पीछे करने को लेकर दोनों देशों ने सहमति जताई, उसके बाद भारतीय सैन्य सूत्रों की ओर से खबर दी गई कि विवादित जगह पर चीन अपनी सेना को पीछे हटा रहा है। चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से भी बयान आया कि दोनों देशों के बीच में तनाव कम करने के लिए प्रभावकारी कदम उठाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लेह में सीमांत सेना बेस का दौरा करने से चीन पर भारतीय ताकत का दबाव बढ़ा तो वही कूटनीतिक स्तर पर भी चीन को समझाने की पूरी कोशिश चल रही थी। सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर चीन के साथ बातचीत में पीएम मोदी की टीम के तीन अहम सदस्य सबसे आगे हैं, जहां चीन को कूटनीतिक बातचीत से समझाने की जिम्मेदारी विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संभाल रखी है तो वहीं चीन पर सैन्य दबाव बनाते हुए उसे समझाने की जिम्मेदारी एनएसए अजीत डोवाल और सीडीएस जनरल बिपिन सिंह रावत संभाल रहे हैं।
सीडीएस जनरल बिपिन सिंह रावत जहां एलएसी पर भारतीय सैन्य ताकत को मजबूत रूप से रखने का काम कर रहे थे, वहीं भारत और चीन के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी एलएसी पर आपस में बातचीत कर तनाव को कम करने की कोशिश कर रहे थे। इस सबके बीच एनएसए अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री को एक महत्वपूर्ण फोन किया, सूत्रों के अनुसार एनएसए अजीत डोवाल ने चीन के विदेश मंत्री को एलएसी पर सैन्य अधिकारियों के बीच हो रही वार्ता का ब्यौरा दिया और साथ ही कहा कि एलएसी पर पूर्व की स्थिति बहाल करने के लिए चीनी सेना के अधिकारियों को चीन के राजनीतिक नेतृत्व की ओर से सकारात्मक संदेश जाना चाहिए। बताया जा रहा है कि अजीत डोभाल ने यह महत्वपूर्ण फोन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर किया था।
इसके बाद रविवार दोपहर से सोमवार दोपहर तक भारत चीन सीमा पर मौजूद भारतीय सैन्य और खुफिया दलों की ओर से लगातार दिल्ली को खबर दी जाती रही कि विवादित स्थलों से चीनी सेना पीछे हट रही है, इसे भारत और चीन के बीच में तनाव कम करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम की ओर देखा जा रहा है। सैन्य और कूटनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि भारत और चीन के बीच में सीमा पर पूर्व की स्थिति बहाल करने पर बनी सहमति एशिया के दो ताकतवर देशों भारत और चीन के लिए सकारात्मक पहल है। भारत और चीन दक्षिण एशिया की तो बड़ी ताकत हैं और किसी भी तरह के तनाव की स्थिति में दोनों देशों को काफी समझदारी से कदम उठाने चाहिए।
अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें…. Mirror Uttarakhand News
( उत्तराखंड की नंबर वन न्यूज, व्यूज, राजनीति और समसामयिक विषयों की वेबसाइट मिरर उत्तराखंड डॉट कॉम से जुड़ने और इसके लगातार अपडेट पाने के लिए नीचे लाइक बटन को क्लिक करें)