भारत के 50 वें इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत, अमिताभ और रजनीकांत ने लगाए चार चांद
शानदार और रंगारंग प्रस्तुति के साथ ही भारत का 50वां अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह गोवा में शुरु हो गया। पणजी के बाम्बोलिम स्थित डॉ.श्यामा प्रसाद स्टेडियम में तीन घंटे के शानदार उद्घाटन कार्यक्रम में भारतीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्म जगत की कई जानी मानी हस्तियां मौजूद थीं। समारोह के खास मेहमान थे मेगास्टार अमिताभ बच्चन और रजनीकांत। उद्घाटन समारोह में सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, पर्यावरण और वन राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो, सूचना प्रसारण सचिव, अमित खरे, सेंसर बोर्ड के प्रमुख प्रसून जोशी, प्रसार भारती के चेयरमैन डॉक्टर ए सूर्य प्रकाश समेत तमाम गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
उदघाटन समारोह ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ ही उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया । प्रस्तुतियों में प्रसिद्ध गायक एवं संगीतकार शंकर महादेवन और उनके बैंड की फ्यूजन म्यूजिक थीम पर एक प्रस्तुति शामिल थी । इस खास प्रस्तुति ने अंतरराष्ट्रीय बीट्स के साथ-साथ भारतीय लय को जीवंत कर दिया। समारोह की शुरुआत में ही गोवा के दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को श्रद्दांजलि दी गयी और उनके बारे में एक खास वीडियो दिखाया गया। ‘भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की स्वर्ण जयंती के प्रतीक’ के रूप में एक विशेष पुरस्कार आइकॉन ऑफ द गोल्डन जुबली अवार्ड का गठन किया गया । पिछले कई दशकों के दौरान भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए रजनीकांत को इस सम्मान से नवाजा गया।
फ्रेंच सिनेमा की जानीमानी हस्तियों में से एक अभिनेत्री इसाबेला हूपे को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया । वह 120 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं और 16 नामांकनों के साथ वह सीज़र पुरस्कार के लिए सबसे नामित होने वाली अभिनेत्री हैं। सूचना प्रसारण मंत्री ने इसे फिल्म महोत्सव को आनंद यात्रा बताते हुए कहा कि पूरी दुनिया में भारतीय फिल्में बेहद लोकप्रिय हैं । उन्होंने कहा कि फिल्म उद्योग की मदद के लिए सिंगल विंडो व्यवस्था शुरु की है। महानायक अमिताभ बच्चन ने समारोह को संबोधित किया और इतने प्यार के लिए जनता का विशेष धन्यवाद दिया।
समारोह में ज्यूरी के सदस्यों को सम्मानित किया गया। अंतराष्ट्रीय ज्यूरी के प्रमुख जॉन बेली को भी पुरस्कार दिया गया। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और सूचना प्रसारण सचिव अमित खरे ने भी इफ्फी के पचासवें संस्करण को फिल्म जगत के लिए बेहद अहम बताया। समारोह के अंत में इफी के निदेशक चैतन्य प्रसाद ने सबका धन्यवाद अदा किया। फिल्म महोत्सव में 76 देशों की लगभग 200 सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को दिखाया जाएगा, जो कि आईएफएफआई के इतिहास में अब तक की सर्वाधिक संख्या है। आईएफएफआई भारत का सबसे प्रतिष्ठित महोत्सव है और यह एशिया में आयोजित होने वाला पहला अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव है।
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