खराब पड़ी बसों का ऐसे इस्तेमाल करेगी उत्तराखंड सरकार, बेघरों को होगा फायदा
देहरादून: उत्तराखंड में पहाड़ियों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात और निचले इलाकों में हल्की बारिश के साथ-साथ ठंडी हवाएं चलने के कारण पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में है. आने वाले दिनों में और अधिक ठंड बढ़ने के आसार हैं. ऐसे में सड़क किनारे रहने वाले लोगों को लिए नगर निगम की ओर से अस्थायी रैन बसेरा बनाने की तैयारी शुरू कर दी जाती है. इसी के मद्देनजर निगम अपनी तैयारियों में जुटा है.
निगम ने अस्थानी रैन बसेरा बनाने के लिए नगर निगम ने उत्तराखंड रोडवेज से कंडम बसों की डिमांड कर दी है. निगम की ओर से परिवहन विभाग को पत्र भी लिखा जा चुका है. मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि यह नई व्यवस्था इस माह के अंत से शुरू कर दी जाएगी. परिवहन विभाग के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर 4 कंडम बसों की मांग की है।
गामा ने कहा कि परिसीमन के बाद देहरादून नगर निगम क्षेत्र से अतिरिक्त 40 वार्ड और जुड़ चुके हैं. ऐसे में बढ़ी हुई जनसंख्या को देखते हुए नगर निगम को शहर में अत्यधिक रेन बसेरों की जरूरत है. इस बात को ध्यान में रखते हुए अब परिवहन विभाग से मदद लेते हुए कंडम बसों को रैन बसेरों के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा।
यहां इन रैन बसेरों में रहने वाले लोगों के लिए हर तरीके की मूलभूत सुविधाओं का इंतजाम किया जाएगा. बता दें कि उत्तराखंड परिवहन निगम से जो खंडहर बसें नगर निगम प्रशासन लेने जा रहा है, इन बसों को रैन बसेरों के तौर पर देहरादून के परेड ग्राउंड, रायपुर, आइएसबीटी और रेलवे स्टेशन के आस पास खड़ा किया जाएगा।
साभार- ntinews.com
Mirror News
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