मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के बयान के बाद देहरादून में मेट्रो के सपने पर उठ रहे हैं सवाल
देहरादूनः देहरादून में प्रदेश की पहली मेट्रो परियोजना धरातल पर आने से पहले ही धराशाई हो गई है. परियोजना को लेकर जहां पहले से ही लंबी कसरत की जा चुकी है, वहीं अब सरकार की मनसा परियोजना के खिलाफ देखने से मेट्रो परियोजना के भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है !
दून वासियों को मेट्रो पर सफर करने को लेकर दिखाए गए सपने अब टूटते नजर आ रहे हैं. दरअसल उत्तराखंड सरकार देहरादून में ट्रैफिक के बढ़ते दबाव के चलते मेट्रो परियोजना को चलाने पर लंबे समय से काम कर रही है. लेकिन अब एक लंबी कसरत के बाद उत्तराखंड सरकार के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यह कहकर मेट्रो परियोजना के भविष्य को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं कि देहरादून की सड़कें मेट्रो परियोजना के लिए अनुकूल नहीं है!
यह पहला मौका नहीं है जब सरकार की तरफ से मेट्रो परियोजना को लेकर विपरीत बयान आये हों. इससे पहले भी खुद मुख्य सचिव देहरादून में मेट्रो परियोजना को लेकर विपरीत बयान दे चुके हैं. बहरहाल मुख्यमंत्री का बयान आने के बाद मेट्रो परियोजना के भविष्य को लेकर संशय पैदा हो गया है, ऐसे में देखना होगा की दून वासियों को मेट्रो परियोजना मिल पाती है या फिर रोपवे व्यवस्था को देहरादून में स्थापित किया जाता है!
देहरादून में मेट्रो परियोजना पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का बयान आने के बाद परियोजना पर अबतक हुए खर्चे को लेकर सवाल उठने लगे हैं. मामले के बढ़ने के बाद मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने रोल बैक करते हुए मेट्रो परियोजना समेत सभी ऑप्शन पर चिंतन जारी होने की बात कही है. दरअसल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत देहरादून की सड़कों के मेट्रो के लिए अनुकूल नहीं होने की बात कही थी, जिसके बाद मेट्रो पर सरकार की अबतक की कसरत पर सवाल उठने लगे. बहरहाल अब मुख्यसचिव ने मामले को संभालते हुए सभी विकल्प खुले होने की बात कही है!
साभार – ntinews.com
Mirror News
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