26 जनवरी को राजपथ पर दिखेगा उत्तराखंड में मौजूद गांधी का अनासक्ति आश्रम, जानिए इसको
इस साल गणतंत्र दिवस परेड 2019 में राजपथ पर 14 राज्यों की झांकियों का चयन भारत सरकार द्वारा किया गया। इन 14 राज्यों में अरूणांचल प्रदेश, अंडमान एवं निकोबार, दिल्ली, गोवा, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब, सिक्किम, तमिलनाडू, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल के साथ उत्तराखंड की झाँकी पर भी दुनिया की निगाहें रहेंगी। इस साल महात्मा गांधी जी की जंयती के 150 वर्ष पूरे होने पर गणतंत्र दिवस की परेड़ की थीम महात्मा गांधी जी पर आधारित रखे जाने के निर्देश भारत सरकार द्वारा राज्यों को दिये गये थे। जिसमें उत्तराखंड की झाँकी का चयन किया गया। इस झांकी में इस बार उत्तराखंड के पर्यटन स्थल कौसानी का अनासक्ति आश्रम देखने को मिलेगा ।
गांधी सबसे पहले इस स्थान पर 1929 में पहुंचे। वो भारत का दौरा कर रहे थे और जब वो उत्तराखंड के कौसानी से निकले तो थकान मिटाने के लिए यहां एक चाय बागान के मालिक की प्रार्थना पर उसके अतिथि ग्रह में दो दिन के लिए रुक गए। सुबह सुबह जब गांधी इस अतिथि ग्रह में योग करने बाहर आए तो उन्हें साक्षात हिमालय के दर्शन हुए और वो मंत्रमुग्ध रह गए। वो इस जगह की खूबसूरती और यहां के वातावरण में भरे आध्यात्म से इतना प्रभावित हुए कि वो दो की बजाय पूरे 14 दिन तक यहां रहे औऱ ”अनासक्ति योग” पुस्तक को भी पूरा कर डाला। गांधी इस जगह से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इसे भारत का स्विटजरलैंड कहा और ये भी कहा कि साक्षात हिमालय दर्शन करवाने के कारण यह जगह हमेशा पवित्र रहेगी।
यहां छोटा सा प्रार्थनास्थल है जहां गांधी दर्शन के साथ साथ रोज सुबह शाम प्रार्थना सभा भी होती है। यहां परिसर में ही एक ऊंचा सा स्टॉप है जिसके ऊपर खड़े होकर गांधी सुबह सुबह हिमालय दर्शन किया करते थे। यहां गांधी जी के तीन बंदरों की भी मूर्तियां हैं और आस पास बेहद शांत और सौम्य वातावरण में घिरे चाय बागान हैं। आश्रम के बाहर पार्किंग की जगह पर एक बड़ा सा बोर्ड लगा है जिस पर गांधी के पूरे परिवार की जानकारी मौजूद है। इस बार इस जगह का राजपथ पर प्रदर्शित होना न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि भारत के लिये गर्व की बात है ।
Sanjay Chauhan, Journalist