जम्मू-कश्मीर : अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में 44 सैनिक शहीद, भारत-पाकिस्तान तनाव और बढ़ेगा
जम्मू-कश्मीर में 1989 में आतंकवाद के सिर उठाने के बाद से हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में एक आत्मघाती हमलवार ने गुरुवार को पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दी, जिसके बाद सीआरपीएफ की बस में विस्फोट हो गया। इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हुए हैं। पीएम मोदी ने पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकी हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि हमारे बहादुर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में सवार थे।उनका काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था। पुलवामा जिले के अवंतिपोरा में फिदायीन आतंकी ने घात लगाकर सीआरपीएफ बस पर हमला कर दिया। पुलिस ने हमला करने वाले फिदायीन आतंकी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद डार के रूप में की है।
पुलिस ने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। सीआरपीएफ के महानिदेशक आर आर भटनागर ने पीटीआई भाषा को बताया, ‘यह एक विशाल काफिला था। जिसमें करीब 2500 सुरक्षाकर्मी विभिन्न वाहनों में जा रहे थे। काफिले पर कुछ गोलियां भी चलाई गईं।News Source-Hindustan