उत्तरकाशी हिमस्खलन में 9 शव बरामद, 32 अभी लापता, खराब मौसम के कारण राहत एवं बचाव कार्य प्रभावित
4 Oct. 2022. Dehradun. उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन होने के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी के प्रशिक्षार्थी पर्वतारोही फंस गये। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के कर्नल अजय बिष्ट के अनुसार 9 पर्वतारोहियों के शव बरामद कर लिए गए हैं जबकि 32 पर्वतारोही अभी भी लापता हैं। कुल 41 लोग हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे, जिनमें सात प्रशिक्षक पर्वतारोही और 34 प्रशिक्षु पर्वतारोही हैं। घटनास्थल पर मौजूद नेहरू पर्वतारोहण प्रशिक्षण संस्थान के सदस्य लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। इस बीच एसडीआरएफ की 5 टीमें भी मौके के लिए रवाना हो गई हैं, वायु सेना के दो चीता हेलीकॉप्टर भी बचाव अभियान में शामिल किए गए हैं। नजदीकी सेना और आईटीबीपी की टीमों को भी राहत बचाव कार्य में शामिल होने के लिए कहा गया है। वहीं शाम को मौसम खराब होने के कारण राहत एवं बचाव कार्य को रोक दिया गया है, मौसम सही होने के बाद फिर से राहत और बचाव कार्य शुरू किया जाएगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जानकारी देते हुए बताया कि द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन होने के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी के प्रशिक्षार्थियों के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई है।
इस मामले में डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि एयरफोर्स से शासन ने संपर्क किया है। तीन हेलीकॉप्टर पूरे क्षेत्र की रेकी करेंगे। इसके साथ ही प्राथमिक बचाव कार्य भी शुरू कर दिया गया है। उसके बाद वायुसेना की ओर से दो चीता हेलीकॉप्टर इस इलाके में राहत एवं बचाव कार्य के लिए तैनात किए गए हैं, वहीं अन्य हेलीकॉप्टर को स्टैंडबाई पर रखा गया है।
उधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने हेतु अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से ट्वीट कर केंद्र की ओर से मदद का आश्वासन दिया गया, वहीं इस घटना में जान गवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना भी प्रकट की गई है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर जानकारी दी कि “उत्तरकाशी में हुई हिमस्खलन की घटना अत्यंत दुःखद है। इस संबंध में मैंने अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन, SDRF, NDRF, ITBP व सेना की टीमें पूरी तत्परता से राहत-बचाव कार्यों में जुटी हैं।”
वहीं मौके पर प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए एनआईएम की टीम के साथ जिला प्रशासन,एनडीआरएफ, एसडीआरफ , सेना और आईटीबीपी के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार इस माउंटेनियरिंग कोर्स में प्रशिक्षक और प्रशिक्षण लेने वालों को जोड़कर कुल 175 लोग भाग ले रहे थे, कई लोग भयंकर हिमस्खलन की चपेट में आ गए, आठ लोगों को दल के सदस्यों द्वारा सुरक्षित स्थान पर ले आया गया है, जबकि कई लोग अभी भी फंसे हुए हैं या लापता हैं, घटनास्थल पर मौजूद नेहरू पर्वतारोहण प्रशिक्षण संस्थान के लोगों के पास दो सेटेलाइट फोन भी मौजूद हैं और प्रशासन लगातार उनके संपर्क में बना हुआ है।
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