मोदी और बाइडेन के बीच भारत-अमेरिका साझेदारी पर महत्वपूर्ण बातचीत, जानिए पूरा अपडेट
22 June. 2023. International Desk. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा का महत्वपूर्ण दौर शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जहां एक और व्हाइट हाउस में राजकीय स्वागत किया गया, वहीं दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी को लेकर दोनों नेताओं के बीच महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बातचीत निजी और प्रतिनिधिमंडल स्तर पर हुई। इस बातचीत के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया को भी संबोधित किया।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का दिन भारत और अमेरिका के संबंधों के इतिहास में एक विशेष महत्व रखता है। आज की हमारी चर्चा और हमारे द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों से हमारी Comprehensive ग्लोबल स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप में एक नया अध्याय जुड़ा है। एक नई दिशा और एक नई ऊर्जा मिली है। भारत-अमेरिका का व्यापार और निवेश साझेदारी, दोनों देशों के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। आज अमेरिका भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है। हम दोनों सहमत हैं कि हमारी स्ट्रैटेजिक टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप को सार्थक करने में गवर्नेंस, बिजनेसेस और एकेडमिक इंस्ट्यूशन का साथ आना बहुत महत्वपूर्ण है। व्हाइट हाउस में इतनी बड़ी संख्या में भारतीय लोगों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि इंडियन-अमेरिकन हमारे संबंधों की असली ताकत हैं। इन संबंधों को और गहरा करने के लिए हम अमेरिका द्वारा बेंगलुरू और अहमदाबाद में consulates खोलने के निर्णय का स्वागत करते हैं। आतंकवाद और कट्टरवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हम सहमत हैं कि क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है। हमारे सभी साझे प्रयासों का मूलमंत्र है- लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों तथा व्यवस्थाओं को सशक्त करना। विश्व के दो सबसे बड़े लोकतंत्र भारत और अमेरिका मिलकर विश्व शांति, स्थिरता, समृद्धि में महत्वपूर्ण सहयोग दे सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका तकनीकी साझा करेंगे और मिलकर रक्षा उत्पादन करेंगे।
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने द्विपक्षीय बातचीत के बाद कहा यह साझेदारी दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण साझेदारी में से एक है, जो इतिहास में किसी भी समय में अधिक मजबूत, करीबी और अधिक गतिशील है। हम साथ मिलकर असीमित क्षमता वाले साझा भविष्य के दरवाज़े खोल रहे हैं। स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में तेज़ी लाने के लिए अंतरिक्ष उड़ान पर सहयोग और क्वांटम कंप्यूटिंग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर सहयोग की ज़रूरत है। एयर इंडिया द्वारा बोइंग विमान खरीदने के समझौते से अमेरिका में 10 लाख नौकरियों को मदद मिलेगी।
द्विपक्षीय बातचीत शुरू होने से पहले दोनों नेताओं ने मीडिया से बातचीत भी की, इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि दोनों नेताओं के बीच में बातचीत भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करेगी। पीएम मोदी ने कहा कि हम इस बातचीत के द्वारा दोनों देशों के सामरिक संबंधों में नए आयाम जोड़ेंगे। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हम अंतरिक्ष, समुद्री प्रौद्योगिकी और हरित प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं, पिछले 10 वर्षों में छोटे-छोटे कदम बड़ी प्रगति में बदल गए हैं। आज हमारे देशों के बीच साझेदारी पहले से कहीं अधिक मजबूत है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्हाइट हाउस में राजकीय स्वागत किया गया, यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और साथ ही साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन की ओर से उनका राजकीय स्वागत किया गया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज व्हाइट हाउस में ये शानदार स्वागत समारोह एक प्रकार से भारत के 140 करोड़ देशवासियों का सम्मान है। ये सम्मान अमेरिका में रहने वाले चार मिलियन से अधिक भारतीय मूल के लोगों का भी सम्मान है। करीब 3 दशक पहले एक साधारण नागरिक के रूप में मैं अमेरिका यात्रा पर आया था, उस समय मैंने व्हाइट हाउस को बाहर से देखा था। प्रधानमंत्री बनने के बाद मैं स्वयं कई बार यहां आया लेकिन इतनी बड़ी संख्या में इंडियन-अमेरिकन समुदाय के लिए व्हाइट हाउस के द्वार आज पहली बार खोले गए हैं। भारतीय समुदाय के लोग अपने टैलेंट, कर्मठता और निष्ठा से अमेरिका में भारत की शान बढ़ा रहे हैं। भारत और अमेरिका, दोनों की व्यवस्थाएं लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित हैं। दोनों देशों के संविधान, उसके पहले तीन शब्द We the people, हम दोनों देश अपनी विविधता पर गर्व करते हैं। हम ‘सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय’, इस मूलभूत सिद्धांत में विश्वास रखते हैं।
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच संबंध 21वीं सदी में सबसे निर्णायक रिश्तों में से एक है, आपके सहयोग से हमने स्वतंत्र, खुले, सुरक्षित और समृद्ध इंडो-पैसिफिक के लिए क्वाड को मजबूत किया है। अब से दशकों बाद लोग पीछे मुड़कर देखेंगे और कहेंगे कि क्वाड ने वैश्विक भलाई के लिए इतिहास की दिशा को मोड़ दिया है। भारत और अमेरिका गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच बढ़ाने, जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने और यूक्रेन के खिलाफ रूसी युद्ध के कारण उत्पन्न खाद्य और ऊर्जा असुरक्षा से निपटने पर मिलकर काम कर रहे हैं।
इस मौके पर व्हाइट हाउस में बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोग भी मौजूद थे।
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