सरकार के प्रत्येक एक रुपये की वजह से नागरिकों को 74 रुपये की बचत हुई, जनऔषधि योजना पर सरकार का दावा
गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाओं की बिक्री में संलग्न देश के सभी जिलों में स्थित 7064 प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केन्द्रों ने वित्तीय वर्ष 2020-2021 (12 जनवरी 2021 तक) के दौरान 484 करोड़ रुपये मूल्य की बिक्री दर्ज की है। इस आंकड़े से, जोकि पिछले वित्तीय वर्ष के समतुल्य आंकड़ों की तुलना में 60% अधिक है, इस देश के नागरिकों की लगभग 3000 करोड़ रुपये की बचत हुई है। केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा ने ये जानकारी दी है।
वित्तीय वर्ष 2019-2020 के दौरान,भारत सरकार ने जनऔषधि केन्द्रों को 35.51 करोड़ रुपये का अनुदान दिया था, जबकि इस अवधि में नागरिकों की 2600 करोड़ रुपये की बचत हुई थी। इस प्रकार, सरकार द्वारा खर्च किए गए प्रत्येक एक रुपये की वजह से नागरिकों को 74 रुपये की बचत हुई है।
केन्द्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि इसके अलावा पूरे देश में महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुएअब तक 10 करोड़ से अधिक जन औषधि “सुविधा” सेनेटरी पैड की बिक्री 1 रुपये प्रति पैड की दर से की गई है। दिसंबर 2020 में कुल 3.6 करोड़ रुपये मूल्य के जन औषधि “सुविधा” सेनेटरी पैड की खरीद संबंधी आदेश जारी किए गए हैं।कुल 30 करोड़ जन औषधि “सुविधा” सेनेटरी पैड से जुड़ी निविदा को भी अंतिम रूप दे दिया गया है।
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