पीएम मोदी ने लाल किले में फहराया तिरंगा, संबोधन के महत्वपूर्ण बिंदु पढ़िए और पूरा वीडियो देखिए
15 August. 2023. New Delhi. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में दिल्ली में लाल किले में तिरंगा फहराया, इस मौके पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें कहीं, आगे आप संबोधन के महत्वपूर्ण बिंदु पढ़ सकते हैं और अंत में प्रधानमंत्री के संबोधन का पूरा वीडियो देखें…..
“जब हम इतिहास की तरफ नजर करते हैं तो इतिहास में कुछ पल ऐसे आते हैं जो अपनी अमिट छाप छोड़कर के जाते है। और उसका प्रभाव सदियों तक रहता है और कभी-कभी शुरूआत में वो बहुत छोटा लगता है, छोटी सी घटना लगती है, लेकिन वो अनेक समस्याओं की जड़ बन जाती है।‘’
‘’यह कालखण्ड मेरे शब्द लिखकर के रखिए मेरे प्यारे परिवारजनों इस कालखण्ड में जो हम करेंगे, जो कदम उठाऐंगे, जितना त्याग करेंगे, तपस्या करेंगे, सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय, एक के बाद एक फैसले लेंगे, आने वाले एक हजार साल का देश का स्वर्णिम इतिहास उससे अंकुरित होने वाला है। इस कालखंड में होने वाली घटनाएं आगामी एक हजार साल के लिए इसका प्रभाव पैदा करने वाली हैं।‘’
‘’गुलामी की मानसिकता से बाहर निकला हुआ देश पंचप्राण को समर्पित हो करके एक नए आत्मविश्वास के साथ आज आगे बढ़ रहा है। नए संकल्पों को सिद्ध करने के लिए वो जी-जान से जुड़ रहा है। मेरी भारत माता जो कभी ऊर्जा का सामर्थ्य था, लेकिन राख के ढेर में दबी पड़ी थी। वो भारत माँ 140 करोड़ देशवासियों के पुरुषार्थ से, उनकी चेतना से, उनकी ऊर्जा से फिर एक बार जागृत हो चुकी है।‘’
‘’डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डाइवर्सिटी की ये त्रिवेणी भारत के हर सपने को साकार करने का सामर्थ्य रखती है। आज पूरे विश्व में देशों की उम्र ढल रही है, ढलाव पर है तो भारत यौवन की तरफ ऊर्जावान हो करके बढ़ रहा है। कितने बड़े गौरव का कालखंड है कि आज 30 साल की कम आयु की जनसंख्या दुनिया में सर्वाधिक कहीं है तो ये भारत मां की गोद में है।‘’
‘’भारत जो कमाल कर रहा है, मेरे टियर-2, टियर-3 सिटी के युवा भी आज मेरे देश का भाग्य गढ़ रहे हैं। छोटे-छोटे स्थान के मेरे नौजवान, और मैं आज बड़े विश्वास से कहता हूं कि देश का ये जो सामर्थ्य नया नजर आ रहा है, और इसलिए मैं कहता हूं हमारे छोटे शहर आकार और आबादी में छोटे हो सकते हैं। लेकिन, आशा और आकांक्षा, प्रयास और प्रभाव वो किसी से कम नहीं है।‘’
‘’राष्ट्रीय चेतना वो एक ऐसा शब्द है जो हमें चिंताओं से मुक्त कर रहा है। राष्ट्रीय चेतना यह सिद्ध कर रही है कि भारत का सबसे बड़ा सामर्थ्य बना है भरोसा, भारत का सबसे बड़ा सामर्थ्य बना है विश्वास, जन-जन में हमारा विश्वास, जन-जन का सरकार पर विश्वास, जन-जन का देश के उज्जवल भविष्य पर विश्वास और विश्व का भी भारत के प्रति विश्वास। यह विश्वास हमारी नीतियों का है, हमारी रीति का है। भारत के उज्जवल भविष्य को जिस निर्धारित मजबूत कदमों से हम आगे बढ़ा रहे हैं उसका है।‘’
‘’कोरोना के बाद एक नया विश्व ऑर्डर, एक नया ग्लोबल ऑर्डर, एक नया जियो पॉलिटिकल इक्वेशन यह बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। जियो पॉलिटिकल इक्वेशन की सारी व्याख्याएं बदल रही है, परिभाषाएं बदल रही है। और मेरे प्यारे परिवाजनों, आप गौरव करेंगे बदलते हुए विश्व को शेप देने में आज मेरे 140 करोड़ देशवासियों आपका सामर्थ्य नजर आ रहा है। आप निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं।‘’
‘’आज भारत ग्लोबल साउथ की आवाज बन रहा है। भारत की समृद्धि, विरासत आज दुनिया के लिए एक अवसर बन रही है। ग्लोबल इकोनॉमी, ग्लोबल supply chain में भारत की हिस्सेदारी, मैं पक्के विश्वास से कहता हूं, आज जो भारत में परिस्थिति पैदा हुई है, आज जो भारत ने कमाया है, वो दुनिया में स्थिरता की गारंटी ले करके आया है।‘’
‘’देश के पास आज ऐसी सरकार है, वो सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय देश के संतुलित विकास के लिए समय का पल-पल और जनता की पाई-पाई जनता की भलाई के लिए लगा रही है और मेरी सरकार, मेरे देशवासियों का मान एक बात से जुड़ा हुआ है, हमारे हर निर्णय, हमारी हर दिशा, उसका एक ही मानदंड है Nation First और राष्ट्र प्रथम’’
‘’ब्यूरोक्रेसी के लोग, मेरे लाखों हाथ-पैर, जो हिन्दुस्तान के कोने-कोने में सरकार के हिस्से के रूप में काम कर रहे हैं, उन्होंने ब्यूरोक्रेसी ने transform करने के लिए perform की जिम्मेदारी बखूबी निभाई और उन्होंने perform करके दिखाया और जनता-जनार्दन जुड़ गई तो वो transform होता भी नजर आ रहा है।‘’
‘’दुनिया को युवा शक्ति की जरूरत है, युवा स्किल की जरूरत है। हमने अलग स्किल मिनिस्ट्री बनाई, वो भारत की आवश्यकताओं को तो पूरा करेगी, वो दुनिया की आवश्यकताओं को भी पूर्ण करने का भी सामर्थ्य रखेगी।‘’
‘’जब हम 2014 में आए थे तो हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे और आज 140 करोड़ देशवासियों का पुरुषार्थ रंग लाया है कि हम विश्व की अर्थव्यवस्था में 5वें नंबर पर पहुंच चुके हैं।‘’
‘’जब देश आर्थिक रूप से समृद्ध होता है तो सिर्फ तिजोरी नहीं भरती है, देश का सामर्थ्य बढ़ता है, देशवासियों का सामर्थ्य बढ़ता है और तिजोरी का पाई-पाई अगर ईमानदारी से जनता-जनार्दन के लिए खर्च करने का संकल्प लेने वाली सरकार हो तो परिणाम कैसा आता है। मैं 10 साल का हिसाब तिरंगे की साक्षी में लाल किले की प्राचीन से मेरे देशवासियों को दे रहा हूं।‘’
‘’जब देश में गरीबी कम होती है तब देश के मध्यम वर्गीय वर्ग की ताकत बहुत बढ़ती है। और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं आने वाले पांच साल में मोदी की गारंटी है, देश पहले तीन वैश्विक इकोनॉमी में अपनी जगह ले लेगा, ये पक्का जगह ले लेगा। आज जो साढ़े 13 करोड़ गरीबी से बाहर आए हुए लोग हैं वो एक प्रकार से मध्यम वर्गीय ताकत बन जाते हैं।‘’
‘’जब गरीब की खरीद शक्ति बढ़ती है तो मध्यम वर्ग की व्यापार शक्ति बढ़ती है। जब गांव की खरीद शक्ति बढ़ती है, तो कस्बे और शहर की आर्थिक व्यवस्था और तेज गति से दौड़ती है। और यही इंटर कनेक्टेड हमारा अर्थ चक्र होता है। हम उसको बल देकर के आगे चलना चाहते हैं।‘’
‘’आज देश अनेक क्षमताओं को लेकर आगे बढ़ रहा है। देश आधुनिकता की तरफ आगे बढ़ने के लिए काम कर रहा है। आज देश Renewable energy में काम कर रहा है, आज देश green hydrogen पर काम हो रहा है, देश की space में क्षमता बढ़ रही है। देश deep sea mission में भी सफलता के साथ आगे चल रहा है। देश में रेल आधुनिक हो रही है, तो वंदे भारत, बुलेट ट्रेन भी आज देश के अंदर काम कर रही है।‘’
‘’आज गांव-गांव तक इंटरनेट पहुंच रहा है तो quantum computer के लिए भी देश तय करता है। Nano Urea और Nano DAP उस पर काम हो रहा है तो दूसरी तरफ जैविक खेती पर भी हम बल दे रहे हैं। आज किसान उत्पादक संघ ऐप का निर्माण हो रहा है तो हम सेमीकंडक्टर का भी निर्माण करना चाह रहे हैं। ‘’
‘’आज भारत पुरानी सोच, पुराने दायरे को छोड़ करके लक्ष्यों को तय करके, लक्ष्यों को प्राप्त करने की नजर से चल रहा है। और जब मैं कहता हूं कि जिसका शिलान्यास हमारी सरकार करती है उसके उद्घाटन भी हमारे कालखंड में करते हैं। इन दिनों जो मैं शिलान्यास कर रहा हूं न आप लिख करके रखिए उसके उद्घाटन भी आप सबने मेरे नसीब में ही छोड़े हुए हैं।‘’
हमारी कार्य संस्कृति, बड़ा सोचना, दूर का सोचना, सर्वजन हिताय: सर्वजन सुखाय: सोचना यह हमारी कार्यशैली रही है। और सोच से भी ज्यादा, संकल्प से भी ज्यादा हासिल कैसे करना इस ऊर्जा के साथ हम काम करते हैं।‘’
‘’दुनिया में जिन-जिन देशों ने प्रगति की है, दुनिया में जो-जो देश संकटों को पार करके निकले हैं, उनमें हर चीज के साथ-साथ एक महत्वपूर्ण कैटेलेटिक एजेंट रहा है, वो राष्ट्रीय चरित्र रहा है। और हमें राष्ट्रीय चरित्र के लिए और बल देते हुए हमें आगे बढ़ना होगा।‘’
‘’women-led development : देश में आगे बढ़ने के लिए एक अतिरिक्त शक्ति का सामर्थ्य भारत को आगे ले जाने वाला है और वो है women-led development. आज भारत गर्व से कह सकता है कि दुनिया में नागरिक उड्डयन में अगर किसी एक देश में सबसे ज्यादा women-pilot हैं तो मेरे देश में हैं। आज चन्द्रयान की गति हो, moon-mission की बात हो, मेरी women-scientist उसका नेतृत्व कर रही हैं।‘’
‘’भारत विविधताओं से भरा देश है। असंतुलित विकास के हम शिकार रहे हैं, मेरा-पराया के कारण हमारे देश के कुछ हिस्से उसके शिकार रहे हैं। अब हमें regional aspirations को पूरा करने के लिए संतुलित विकास को बल देना है।‘’
‘’भारत एक mother of democracy है, भारत model of diversity भी है। भाषाएं अनेक हैं, बोलियां अनेक हैं, परिधान अनेक हैं, विविधताएं बहुत है। हमने उन सारो के आधार पर आगे बढ़ना है। आज जब अफगानिस्तान से गुरूग्रंथ साहब के स्वरूप को लाते है तो पूरा देश गौरव की अनुभूति करता है।‘’
‘’हमने वहां Vibrant Border Village का एक कार्यक्रम शुरू किया है और Vibrant Border Village अब तक इसके लिए कहा जाता था देश के आखिरी गांव, हमने उस पूरी सोच को बदला है। वो देश का आखिरी गांव नहीं है, सीमा पर जो नजर आ रहा है, वो मेरे देश का पहला गांव है।‘’
‘’हम विश्व मंगल की बात को कैसे आगे बढ़ाते हैं। हमने कहा one sun, one world, one grid renewable energy के क्षेत्र में एक बहुत बड़ा हमारा statement है, आज दुनिया उसको स्वीकार कर रही है।‘’
‘’हमने क्लाईमेट को लेकर के दुनिया को रास्ता दिखाया है, लाइफ मिशन लॉन्च किया है life style for environment हमने दुनिया के सामने मिलकर international solar alliance बनाया और आज दुनिया के कई देश international solar alliance का हिस्सा बन रहे हैं।‘’
‘’हमारे देश की सारी समस्याओं की जड़ में भ्रष्टाचार है जिसने दीमक की तरह देश की सारी व्यवस्थाओं को, देश के सारे सामर्थ्य को पूरी तरह नोंच लिया है। मेरे प्रिय परिवारजनों, यह मोदी के जीवन का कमेंटमेंट है, यह मेरे व्यक्तित्व का एक कमेंटमेंट है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहूंगा।‘’
‘’हमारे देश को नोंच लिया है परिवारवाद ने। इस परिवारवाद ने देश को जिस प्रकार से जकड़ करके रखा है उसने देश के लोगों का हक छीना है, और तीसरी बुराई तुष्टिकरण की है। यह तुष्टिकरण में भी देश के मूल चिंतन को, देश के सर्वसमावेशक हमारे राष्ट्रीय चरित्र को दाग लगा दिए हैं।‘’
‘’आज जब मैं अमृतकाल में आपके साथ बात कर रहा हूं, ये अमृतकाल का पहला वर्ष है, ये अमृतकाल के पहले वर्ष पर जब मैं आपके बात कर रहा हूं तो मैं आपको पूरे विश्वास से कहना चाहता हूं- चलता चलाता कालचक्र, अमृतकाल का भालचक्र, सबके सपने, अपने सपने, पनपे सपने सारे, धीर चले, वीर चले, चले युवा हमारे, नीति सही रीती नई, गति सही राह नई, चुनो चुनौती सीना तान, जग में बढ़ाओ देश का नाम।‘’
‘’ये अमृतकाल हम सबको मां भारती के लिए कुछ कर गुजरने का काल है। आजादी का जब जंग चल रहा था, 1947 के पहले जो पीढ़ी ने जन्म लिया था, उन्हें देश के लिए मरने का मौका मिला था। वो देश के लिए मरने के लिए मौका नहीं छोड़ते थे, लेकिन हमारे लिए देश के लिए जीने का इससे बड़ा कोई अवसर नहीं हो सकता।‘’
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