आगामी गर्मी के मौसम के मद्देनजर पीएम मोदी ने की महत्वपूर्ण बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश
6 March. 2023. New Delhi. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी गर्मियों में गर्म मौसम की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री को अगले कुछ महीनों के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मौसम पूर्वानुमान और सामान्य मानसून की संभावना के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें रबी फसलों पर मौसम के प्रभाव और प्रमुख फसलों की अनुमानित उपज के बारे में भी जानकारी दी गई। सिंचाई जल आपूर्ति, चारा और पेयजल की निगरानी के लिए चल रहे प्रयासों की भी समीक्षा की गई। इसके अलावा प्रधानमंत्री को आवश्यक आपूर्ति की उपलब्धता और आपात स्थिति के लिए तैयारियों के संदर्भ में राज्यों की तैयारियों और अस्पताल के बुनियादी ढांचे के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें गर्मी से संबंधित आपदाओं की तैयारी के लिए देश भर में चल रहे विभिन्न प्रयासों और शमन उपायों के बारे में भी अपडेट किया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि नागरिकों सहित विभिन्न हितधारकों, मेडिकल पेशेवर, नगरपालिका और पंचायत प्राधिकरण, आपदा प्रतिक्रिया टीमों जैसे अग्निशमन आदि के लिए अलग-अलग जागरूकता सामग्री तैयार की जानी चाहिए। अत्यधिक गर्मी की स्थिति से निपटने के लिए बच्चों को संवेदनशील बनाने के लिए स्कूलों में कुछ मल्टीमीडिया व्याख्यान सत्र शामिल करने का भी निर्देश दिया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि गर्म मौसम के लिए प्रोटोकॉल और क्या करें और क्या न करें को सुलभ प्रारूप में तैयार किया जाना चाहिए और प्रचार के विभिन्न अन्य तरीके जैसे जिंगल्स, फिल्म, पैम्फलेट आदि भी तैयार और जारी किए जाने चाहिए।
प्रधानमंत्री ने आईएमडी से दैनिक मौसम पूर्वानुमान इस तरीके से जारी करने को कहा, जिसे आसानी से समझा और प्रसारित किया जा सके। इस बात पर भी चर्चा की गई कि टीवी समाचार चैनल, एफएम रेडियो आदि दैनिक मौसम पूर्वानुमान को इस तरह से समझाने के लिए रोजाना कुछ मिनट खर्च कर सकते हैं जिससे नागरिक आवश्यक सावधानी बरत सकें। प्रधानमंत्री ने सभी अस्पतालों के विस्तृत फायर ऑडिट की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि सभी अस्पतालों में अग्निशामकों द्वारा मॉक फायर ड्रिल की जानी चाहिए। जंगल की आग से निपटने के लिए समन्वित प्रयास की जरूरत भी बताई गई। इस बात पर चर्चा की गई कि जंगल की आग को रोकने और उससे निपटने के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रणालीगत बदलाव किए जाने चाहिए।
प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि जलाशयों में चारे और पानी की उपलब्धता पर नजर रखी जाए। भारतीय खाद्य निगम को प्रतिकूल मौसम की स्थिति में अनाज का भंडारण सुनिश्चित करने के लिए तैयार रहने को कहा गया। पीएम के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सचिव, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव और एनडीएमए के सदस्य सचिव ने बैठक में भाग लिया।
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