भारत में मौजूद है चीन की अचूक काट, सेना को भी ज्यादा जानकारी नहीं, PM को रिपोर्ट करती है यूनिट
भारत के पास आज भी एक ऐसी अचूक सेना मौजूद है जो चीन की कमर तोड़ सकती है, चीन को उसी की भाषा में जवाब दे सकती है, इस यूनिट के लड़ाके चीन के अंदर घुस कर ऑपरेशन को अंजाम देने में माहिर हैं। इस यूनिट को शुरुआती ट्रेनिंग अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने दी थी, अमेरिकन सेना की ग्रीन बैरट यूनिट की तर्ज पर इस यूनिट को विकसित किया गया है। इस यूनिट के बारे में भारत की सेना को भी ज्यादा जानकारी नहीं है, यूनिट सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय के जरिए प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करती है।
हम देश की इस यूनिट के बारे में ज्यादा जानकारी आपसे साझा नहीं कर सकते, मिरर उत्तराखंड इस बात की पुष्टि कर सकता है कि उत्तराखंड में भी कुछ जगहों पर यूनिट मौजूद है, जिसमें एक जगह कुमाऊ के तराई के इलाके से जुड़ी हुई है जबकि दूसरी जगह गढ़वाल के उच्च हिमालयी इलाके से। हम आपको यह भी बता सकते हैं आम बोलचाल की भाषा में इस यूनिट को टूटू रेजीमेंट के नाम से जाना जाता है, यूनिट में किन लोगों को भर्ती किया जाता है, ट्रेनिंग, इस बारे में भी हम आपसे ज्यादा जानकारी साझा नहीं कर सकते, आपको यह जरूर बता सकते हैं कि यह यूनिट तिब्बत के अंदर मिलिट्री ऑपरेशन चलाने में काफी माहिर है।
इस सब के बीच भारत और चीन के बीच सीमा पर अभी तनाव बना हुआ है, कुछ जगहों पर चीनी सैनिक पीछे हटे हैं, लद्दाख में चीन सीमा पर भारत की ओर से उच्च सतर्कता बरती जा रही है, सैन्यकर्मियों की संख्या भी बढ़ाई गई है ।उत्तराखंड में भी नेपाल चीन सीमा पर उच्च सतर्कता बरती जा रही है, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और चमोली जिले से लगी चीन की सीमा पर सैनिकों का मूवमेंट काफी बढ़ गया है ।नेपाल से सटी सीमा पर भी एसएसबी के साथ-साथ स्थानीय पुलिस भी गश्त कर रही है। इस आर्टिकल के लिए उपयोग की गई तस्वीर स्पेशल फोर्स से जुड़ी हुई है, ये आर्टिकल के रिप्रेजेंटेशन के लिए है, इसका टूटू रेजीमेंट से कुछ लेना देना नहीं है।
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