उत्तराखंड : खड़ी, बैठकी और महिला होली में रमे हुए हैं कुमाऊं के गांव और घर, होली के Video देखिए
उत्तराखंड ( Uttarakhand) के कुमाऊं में होली का त्यौहार एक अलग तरह से मनाया जाता है, जिसे कुमाऊँनी होली कहते हैं। कुमाऊँनी होली का अपना ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्त्व है। यह कुमाऊँनी लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है, क्योंकि यह केवल बुराई पर अच्छाई की जीत का ही नहीं, बल्कि पहाड़ी सर्दियों के अंत का और नए बुआई के मौसम की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो इस उत्तर भारतीय कृषि समुदाय के लिए बहुत महत्व रखता है। आगे देखिए वीडियो…
होली का त्यौहार कुमाऊँ में बसंत पंचमी के दिन शुरू हो जाता है। कुमाऊँनी होली के तीन प्रारूप हैं; बैठकी, खड़ी होली और महिला होली। आगे देखिए वीडियो…
इस होली में सिर्फ अबीर-गुलाल का टीका ही नहीं होता, वरन बैठकी होली और खड़ी होली गायन की शास्त्रीय परंपरा भी शामिल होती है। बसंत पंचमी के दिन से ही होल्यार प्रत्येक शाम घर-घर जाकर होली गाते हैं, और यह उत्सव लगभग २ महीनों तक चलता है। हालांकि इन होलियों का आयोजन नियोजित रुप से भी होता है, लेकिन कुमाऊं के गांवों में लोग होली में किस तरह रमे रहते हैं, पहले खड़ी होली का वीडियो देखें….
और अब देखिए बैठकी होली, जो पूरी तरह रागों पर आधारित है….
और अब देखिए महिला होली का एक दृश्य….
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