
देश में बड़े जीएसटी बदलाव से लोगों को होने वाले फायदे पर बोले पीएम मोदी, पढ़िए क्या कहा
4 September. 2025. New Delhi. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि आठ वर्ष पहले जब GST लागू हुआ, तो कई दशकों का सपना साकार हुआ था, तो यह चर्चा कोई मोदी प्रधानमंत्री बना उसके बाद नहीं हुई, उसके पहले भी हो रही थी। काम नहीं होता था, चर्चा होती थी। यह आजाद भारत के सबसे बड़े आर्थिक सुधारों में से एक था। तब देश को अनेकों तरह के टैक्स के जाल से मुक्ति दिलाने का एक बहुत बड़ा काम हुआ था। अब 21वीं सदी में आगे बढ़ते भारत में GST में भी नेक्स्ट जनरेशन रिफॉर्म की आवश्यकता थी और उसको किया गया है। मीडिया के कुछ साथी इसको GST 2.0 के रूप में कह रहे हैं, लेकिन असल में यह देश के लिए सपोर्ट और ग्रोथ की डबल डोज़ है। डबल डोज़ यानि एक तरफ देश के सामान्य परिवार की बचत और दूसरी तरफ देश की अर्थव्यवस्था को नई मजबूती, नए GST रिफॉर्म से देश के हर परिवार को बहुत बड़ा फायदा होगा। गरीब, निओ मिडिल क्लास, मिडिल क्लास, किसान, महिलाएं, स्टूडेंट्स, नौजवान, सभी को GST टैक्स कम करने से जबरदस्त फायदा होगा। पनीर से लेकर के शैंपु-साबुन तक, सब कुछ पहले से कहीं सस्ता होने वाला है और इससे आपको महीने का खर्च, रसोई का खर्च भी बहुत कम हो जाएगा। स्कूटर-कार पर भी टैक्स कम कर दिया गया है। इसका बहुत फायदा उन नौजवानों को होगा, जो अभी अपनी नौकरी शुरू कर रहे हैं। GST कम करने से घर का बजट बनाने और अपनी लाइफ स्टाइल अच्छी करने में भी आपको मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि “कल जो निर्णय हुआ, यह कितना सुखद है, इसका असली प्रभाव तब और पता चलता है, जब आप GST से पहले की टैक्स दरों को याद करेंगे। साल 2014 से पहले, करीब-करीब हर सामान पर उस समय की जो सरकार थी, उस समय कितनी बड़ी मात्रा में टैक्स लिया जाता था, पुरानी सरकार में, 2014 में मेरे आने से पहले, रसोई का सामान हो, या खेती-किसानी से जुड़ी चीजें हों या फिर दवाइयां और यहां तक जीवन बीमा भी, ऐसी अनेक चीजों पर कांग्रेस सरकार अलग-अलग टैक्स लेती थी। अगर वही दौर होता, अगर आज आप 2014 के हिसाब से होते, तो आपको 100 रुपए अगर चीज कोई खरीदते हैं, तो 20-25 रुपये टैक्स का देना पड़ता, अगर उस समय का हिसाब लगाएं तो, लेकिन अब आपने मुझे सेवा का मौका दिया है, भाजपा सरकार में, एनडीए सरकार में हमारा जोर इस बात पर है कि बचत कैसे ज्यादा से ज्यादा हो, परिवारों का खर्चा कम कैसे हो और इसलिए अब GST में इतनी ज्यादा कटौती कर दी गई है। कांग्रेस की सरकार ने कैसे आपका मंथली बजट बढ़ाया हुआ था, यह कोई भूल नहीं सकता है। टूथपेस्ट, साबुन, हेयर ऑयल, इन पर सत्ताईस परसेंट टैक्स, आज आपको याद नहीं होगा, लेकिन आप देते थे। खाने की प्लेट, कप-प्लेट, चम्मच, ऐसे सामान पर अठारह से लेकर के अट्ठाईस परसेंट टैक्स हुआ करता था। टूथ पाउडर सत्रह परसेंट टैक्स, यानि रोजमर्रा की ऐसी हर चीज पर उस कांग्रेस के जमाने में इतना सारा टैक्स लगता था। हालात यह थी कि कांग्रेस वाले बच्चों की टॉफी पर भी इक्कीस परसेंट टैक्स लेते थे, यह कभी उस समय अखबार में आपका ध्यान गया होगा या नहीं कि वो पता नहीं, लेकिन मोदी ने किया होता, तो बाल नोच लेते। साइकिल, जो देश के करोड़ों लोगों की रोज की जरूरत है, उस पर भी सत्रह परसेंट टैक्स हुआ करता था। सिलाई मशीन लाखों-लाख माताओं-बहनों के लिए स्वाभिमान और स्वरोजगार का एक जरिया है, यंत्र है, इस पर सोलह परसेंट टैक्स होता था। मिडिल क्लास के लिए घूमना-फिरना तक, कांग्रेस ने बहुत मुश्किल कर दिया था। कांग्रेस राज में होटल के कमरे की बुकिंग पर 14 परसेंट टैक्स और उसके ऊपर कई राज्यों में लग्जरी टैक्स लगता था, वो अलग। अब ऐसे हर सामान और सर्विस पर, सिर्फ और सिर्फ पांच परसेंट टैक्स लगा करेगा। अब आपको ध्यान में आता है कि पांच परसेंट मतलब क्या बंदा कोई तो लिखेगा और वो अभी भी मोदी पांच परसेंट लेता है। होटलों में साढ़े सात हजार रुपए के यानि कमरों में भी 5 परसेंट ही टैक्स लगने वाला है। ये काम किया है, आपने काम करने वाली सरकार चुनी, वैसे भाजपा एनडीए सरकार ने किया है। पहले अक्सर यह शिकायत रहती थी कि भारत में इलाज बहुत महंगा था, छोटे-छोटे टेस्ट तक गरीब और मिडिल क्लास की पहुंच से बाहर होता था, कारण यह था कि कांग्रेस सरकार डायग्नोस्टिक किट्स पर जो होती है, उस पर सोलह परसेंट टैक्स लेती थी। हमारी सरकार ने ऐसे हर सामान पर, टैक्स को सिर्फ पांच परसेंट कर दिया है। कांग्रेस के राज में घर बनाना बहुत ही महंगा काम था, क्यों? क्योंकि सीमेंट पर कांग्रेस सरकार उन्नतीस परसेंट टैक्स वसूलती थी, जैसे-तैसे घर बना भी लिया, तो AC और टीवी या पंखा, कुछ भी लाना है, वो भी महंगा हो जाता था। क्योंकि कांग्रेस सरकार ऐसे सामानों पर इकत्तीस परसेंट टैक्स वसूलती थी, Thirty One Percent, अब हमारी सरकार ने ऐसे हर सामान पर टैक्स को Eighteen Percent अठारह परसेंट कर दिया, करीब-करीब आधा कर दिया है।
कांग्रेस राज में किसान भी बहुत दुखी थे। 2014 से पहले किसान की खेती लागत अधिक थी और लाभ बहुत कम था। कारण यह था कि खेती-किसानी के सामान पर भी कांग्रेस सरकार बहुत अधिक टैक्स वसूलती थी। ट्रैक्टर हो या सिंचाई के उपकरण हों, हाथ के औज़ार हों, पंपिंग सेट्स हों, ऐसे उपकरणों पर 12 से 14 परसेंट तक टैक्स लिया जाता था। अब ऐसे अनेक सामानों पर GST ज़ीरो या पांच परसेंट कर दिया गया है।
विकसित भारत का एक और स्तंभ है, हमारी युवा शक्ति। हमारे नौजवानों को ज्यादा रोजगार मिले, जो छोटे-मोटे बिजनेस में हैं, उनको आसानी हो, ये भी सुनिश्चित किया गया है। हमारे जो ऐसे सेक्टर हैं, जिसमें सबसे ज्यादा लेबर लगती है, उनको GST की कम दरों से बहुत बड़ा सहारा मिलने वाला है। Textile हो, हैंडीक्राफ्ट हो, Leather हो, इसमें काम करने वाले साथी, इस बिजनेस से जुड़े साथियों को बड़ी मदद मिली है। इसके साथ-साथ कपड़ों और जूतों की कीमतों में भी बहुत कमी आने वाली है। हमारे स्टार्ट अप्स, MSMEs, छोटे व्यापारी-कारोबारियों के लिए टैक्स तो कम हुआ ही है, साथ ही, कुछ प्रक्रियाओं को भी सरल किया गया है। इससे उनकी सहूलियत और बढ़ेगी।
नौजवानों को एक और फायदा फिटनेस के सेक्टर में भी होने वाला है। gym, salon और yoga जैसी services पर टैक्स कम किया गया है। यानि हमारा नौजवान फिट भी होगा और हिट भी होगा और मैं आपको याद दिला दूं, सरकार आपकी फिटनेस के लिए इतना कुछ कर रही है, तो एक बात मैं बार-बार कहता हूं, आप तो ऐसे लोग हैं, डेली 200 लोगों से बात करते हैं आप लोग, आप लोगों को मेरी बात जरूर बताइए कि मोटापा हमारे देश के लिए बहुत चिंता का विषय है, इसलिए खाने का तेल 10 परसेंट कम करने से शुरुआत करें, मुहम्मद जी आप मेरे एंबेसडर बन जाइए। ओबेसिटी के खिलाफ लड़ाई कमजोर नहीं पड़नी चाहिए। अगर GST में हुए इस रिफॉर्म्स का अगर मैं सार बताऊं, तो यही कह सकता हूं कि इससे भारत की शानदार अर्थव्यवस्था में पंचरत्न जुड़े हैं। पहला, टैक्स सिस्टम कहीं अधिक सिंपल हुआ। दूसरा, भारत के नागरिकों की क्वालिटी ऑफ लाइफ और बढ़ेगी। तीसरा, कंजम्शन और ग्रोथ दोनों को नया बूस्टर मिलेगा और चौथा, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस से निवेश और नौकरी को बल मिलेगा और पाँचवां, विकसित भारत के लिए को-ऑपरेटिव फेडरलिज्म यानि राज्यों और केंद्र की साझेदारी और मजबूत होगी।
नागरिक देवो भव:, यह हमारा मंत्र है। इस वर्ष सिर्फ GST में ही कमी नहीं की गई, इनकम टैक्स में भी बहुत कम किया गया है। 12 लाख रुपए तक की इनकम पर टैक्स को जीरो किया गया है। आजकल तो आप ITR फाइल कर रहे हैं, तब इस फैसले का सुखद अहसास और भी अधिक होता है कि नहीं यानि इनकम में भी बचत और खर्च में भी बचत, अब यह डबल धमाका नहीं है तो क्या है!
आजकल महंगाई की दर भी, बहुत निचले स्तर पर है, नियंत्रण में है और यही तो प्रो-पीपल गवर्नेंस है। जब जनहित और राष्ट्र हित में फैसले लिए जाते हैं, तब देश आगे बढ़ता है और इसलिए ही आज भारत की ग्रोथ करीब-करीब आठ परसेंट है। यानि दुनिया में हम सबसे तेज गति से ग्रो कर रहे हैं, यह 140 करोड़ भारतीयों का सामर्थ्य है, 140 करोड़ भारतीयों का संकल्प है और मैं आज देशवासियों को फिर कहूंगा, भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, रिफॉर्म्स का यह जो सिलसिला चलता रहेगा, वो रुकने वाला नहीं है।”
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