कोटद्वार। वन कानूनों की मार के चलते आज भी आदिम काल का जीवन जी रहे रिखणीखाल ब्लाक के ग्राम तैड़ियावासियों को पहली बार विकास की हल्की रोशनी नजर आई है। Continue Reading »
कोटद्वार। वन कानूनों की मार के चलते आज भी आदिम काल का जीवन जी रहे रिखणीखाल ब्लाक के ग्राम तैड़ियावासियों को पहली बार विकास की हल्की रोशनी नजर आई है। Continue Reading »