Uttarakhand कुमाऊं में विरुड़-पंचमी से शुरू हुआ शिव-पार्वती पर श्रद्धा का पर्व, सातों-आठों के साथ होगा खत्म
उत्तराखंड शिव और पार्वती की भूमि है, हिमालय पुत्री पार्वती को यहां बेटी माना जाता है। एक ओर जहां आजकल नंदा रूपी पार्वती को शिव के घर कैलाश छोड़ने का उत्सव नंदा लोकजात या नंदा महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है तो वहींं कुमाऊंं के कुछ हिस्से में आजकल सातों आठों पर्व की तैयारी शुरू हो गई है। इस पर्व की शुरुआत विरुड़ पंचमी से होता है । आज कुमाऊं के अधिकतर हिस्सों में विरुड़ पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। आइए जानते हैं इस पर्व के बारे में….
भाद्रपद महीने की पंचमी को बिरुड़-पंचमी कहते हैं, इस दिन एक साफ तांबे के बर्तन में पांच या सात अनाजों,विशेषतया दलहनी(दालें ) को भिगोकर मंदिर के समीप रखा जाता है . भिगो कर रखने वाले अनाजों में हैं लोबिया, गहत , गुरौन्स, चना व कलों आदि होते हैं।
सबसे पहले तांबे या पीतल का एक साफ बर्तन लिया जाता है, उसके चारों ओर गोबर से छोटी-छोटी नौ या ग्यारह आकृतियां बनाई जाती हैं जिसके बीच में दूब की घास लगाई जाती है, जो घर मिट्टी के होते हैं वहां मंदिर के आस-पास सफाई कर लाल मिट्टी से लिपाई की जाती है और मंदिर के समीप ही बर्तन को रखा जाता है।
कुमाऊं क्षेत्र में दालों में मसूर की दाल अशुद्ध मानी गयी है इसलिये कभी भी बिरुड़े में मसूर की दाल नहीं मिलायी जाती है, कुछ क्षेत्रों में जौं और सरसों एक पोटली में डालकर उस बर्तन में भिगो दिया जाता है जिसमें बिरुड़े भिगोए जाते हैं।सातों के दिन बिरुडों से गमारा (गौरा) की पूजा की जाती है और आठों के दिन बिरुडों से महेश (शिव) की पूजा की जाती है। पूजा किये गये बिरुडों को सभी लोगों को आशीष के रुप में दिया जाता है और अन्य बचे हुये बिरुड़े प्रसाद के रूप में विशिष्ट कुमाऊंंनी विधि से कढ़ाई में घी में भुनने और मसाले, नमक डाल कर पकाने के बाद बड़े स्वाद से खाये जाते हैं। आपको बता दें कि सातों और आठों के दिन हिमालय पुत्री पार्वती और कैलाश निवासी शिव की शादी करवाई जाती है और लोग दुखी मन से पार्वती को विदा करते हैं।
अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें…. Mirror Uttarakhand News
( उत्तराखंड की नंबर वन न्यूज, व्यूज, राजनीति और समसामयिक विषयों की वेबसाइट मिरर उत्तराखंड डॉट कॉम से जुड़ने और इसके लगातार अपडेट पाने के लिए नीचे लाइक बटन को क्लिक करें)