दिल्ली में सम्मानित हुए उत्तराखंड में बारिश के पानी को रोकने की मुहिम चलाने वाले, कई गणमान्य लोग रहे मौजूद
6 August. 2023. New Delhi. उत्तराखंड में बारिश के पानी के सरंक्षण को लेकर चल रही कोशिशों को लेकर एक डॉक्यूमेंट्री ‘पानी बोओ-पानी उगाओ’ का विमोचन दिल्ली के उत्तराखंड सदन में किया गया। सहपाठी फाउंडेशन द्वारा इस अवसर पर उन लोगों को भी सम्मानित किया गया जो पहाड़ के दूरवर्ती इलाकों में छोटे छोटे प्रयासों के ज़रिये इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं।
अल्मोड़ा ज़िले के चौखुटिया इलाके में जहां नौजवान शंकर सिंह बिष्ट पिछले चार सालों से खाल-खंतिया खोदकर बारिश का पानी रोक रहे हैं तो वहीं द्वाराहाट इलाके में पिछले 30 सालों से इन कोशिशों में लगे मोहन काण्डपाल कई गावों में ना केवल बारिश के पानी के संरक्षण की मुहिम चला रहे हैं बल्कि वन और पर्यावररण पर भी लगातार कार्यरत हैं। पेशे से कैमिस्ट्री के शिक्षक मोहन काण्डपाल के प्रयासों का ज़िक्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने मन की बात कार्यक्रम में भी कर चुके हैं।
शंकर सिंह रावत ने बताया कि कैसे वो और उनकी युवा टीम बिना आर्थिक मदद लिए अपने प्रयासों से पानी को रोकने की कोशिशों में लगी है। ये प्रयास रंग भी ला रहे हैं, शंकर के इलाके के कई जल स्रोत रिचार्ज होने की स्थिति में आ गए हैं। मोहन काण्डपाल ने बताया कि कैसे पिछले तीस सालों से वो युवाओं और महिलाओं की टीम बनाकर इस काम में दिन रात लगे हुए हैं।
ये एक अनूठा अवसर था जब इस महत्वपूर्ण विषय पर बात करने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय टीम के सदस्य सतीश लखेड़ा थे तो वरिष्ठ विचारक चारू तिवारी भी थे, साथ ही उत्तराखंड क्रांति दल से जुड़े कई युवा नेता भी उत्तराखंड के साथ साथ पूरे देश में इन प्रयासों की सराहना करने के लिए मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध भूगर्भ शास्त्री वीएन शर्मा ने की तो संचालन इंडिया टीवी की पत्रकार एंकर ज्योतस्ना पाटनी ने की। डॉक्यूमेंट्री के लोकार्पण और परिचर्चा में दिल्ली के जाने माने मीडियाकर्मियों के साथ साथ शिक्षा, पैरामिलिट्री, भूगर्भशास्त्री और अनेक विधाओं के विद्वान शामिल हुए।
सहपाठी फाउंडेशन से जुड़े वरिष्ठ टीवी पत्रकार दिनेश काण्डपाल ने बताया कि उत्तराखंड में काम कर रहे इन लोगों की बतौलत ना केवल बारिश के पानी को समंदर में बहने से रोकने में मदद मिल रही है बल्कि पर्यावरण का भी संरक्षण हो रहा है। ये प्रयास भविष्य में पानी की कमी को भी दूर करने में सहायक होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रसिद्ध भूगर्भ शास्त्री वीएन शर्मा ने भरोसा दिलाया कि इन प्रयासों के लिए वो सदैव मदद करने के लिए तैयार हैं। बीजेपी प्रवक्ता सतीश लखेड़ा ने कहा कि पानी की कमी को लेकर जो परिस्थितियां बनीं उसके लिए हम सब दोषी हैं, लेकिन अब सरकार के साथ-साथ संगठनों के स्तर पर जो कार्य हो रहे हैं उनकी हर तरह से मदद की जानी चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार चारु तिवारी ने कहा कि हमें संरक्षण की कोशिशों के साथ साथ ऐसी नीतियां बनाने पर भी विचार करना होगा जो धरती की कोख में कम हो रहे पानी के स्तर को बढ़ाने में सहायक बनें।
डीडी न्यूज़ के वरिष्ठ पत्रकार और एंकर चंद्रशेखर जोशी ने आगाह किया कि नए तालाब बनाते समय हमें वहां की भौगोलिक स्थितियों का भली भांति आंकलन कर लेना चाहिए ताकि भूस्खलन जैसी स्थिति पैदा ना हो।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के ओएसडी मनमोहन सती ने बताया कि पुष्कर सिंह धामी सरकार इन सभी चिंताओं को ध्यान में रखकर जनहित के कार्य कर रही है।
इस अवसर पर बीएसएफ के डीआईजी हंसा दत्त लोहानी, दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग में उप निदेशक राजेश्वरी कापड़ी, जामिया मिलिया विश्वविद्यालय की प्रोफेसर भारती शर्मा, प्रसिद्ध फिल्म मेकर राकेश गौड़, डॉक्टर सतीश कालेश्वरी, मेजर रोहित शर्मा, वरिष्ठ टीवी पत्रकार संजय बिष्ट, ज्योति बंगारी रावत, समाजसेवी निर्मला शर्मा, रणजीत सिंह गड़ाकोटी, खुशहाल सिंह रावत भी मौजूद थे। आपका न्यूज़ पोर्टल ‘मिरर उत्तराखंड’ इस अवसर पर मीडिया पार्टनर की भूमिका में था।
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