उत्तराखंड में बारिश से कई घर ध्वस्त, 275 सड़कें बंद, हफ्ते में 27 मौत, सीएम धामी ने किया आपदा कंट्रोल रूम का औचक दौरा
18 July. 2023. Dehradun. उत्तराखंड में बारिश के कारण कई जगहों पर तबाही के दृश्य देखने को मिल रहे हैं, भारी बारिश के कारण प्रदेश की करीब 275 स्थानीय सड़कें मलबा आने के कारण बंद हैं। देहरादून, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी के साथ-साथ राज्य के कुछ अन्य जिलों में भारी बारिश के कारण कई घर ध्वस्त हो गए हैं और मकानों को नुकसान पहुंचा है। अलकनंदा नदी में पानी बढ़ने के कारण श्रीनगर डैम से पानी छोड़ा गया है, जिसके कारण गंगा नदी में पानी का स्तर बढ़ गया है, जिसको देखते हुए पौड़ी गढ़वाल, टेहरी गढ़वाल, देहरादून और हरिद्वार जिले में नदी के किनारे के इलाकों में अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा कंट्रोल रूम का औचक निरीक्षण किया और प्रदेश में आपदा की स्थिति की जानकारी ली।
मौसम विभाग की ओर से पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, उधम सिंह नगर और अल्मोड़ा जिले में भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया गया है। अन्य जिलों में भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है, केदारनाथ हाईवे में फाटा के पास एक रेस्टोरेंट के ऊपर मलवा आ गया, काफी मुश्किल से रेस्टोरेंट के अंदर फंसे 2 लोगों को बचाया गया। देहरादून में शांति विहार और सपेरा बस्ती में चार मकान और 4 दुकानें बारिश के कारण ध्वस्त हो गई, राज्य में कई जगहों पर भारी बारिश और नदी नालों के उफान में आने के कारण खेती को भी नुकसान पहुंचा है। राज्य आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार 10 जुलाई के बाद अभी तक मौसम की खराबी के कारण आई आपदा के कारण राज्य में 27 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 29 लोग घायल हो चुके हैं। इस सीजन में बारिश के कारण पूरे राज्य में कई घर भी ध्वस्त हो गए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय स्थित आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि की जानकारी ली। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से फोन पर वार्ता कर निर्देश दिए कि हर चुनौती का सामना करने के लिए प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा जाय। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी आपदा की स्थिति में लोगों को शीघ्र राहत मिले, इसके लिए पूरी तैयारी रखी जाए। जनपदों में खाद्य सामग्री, आवश्यक दवाइयों एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पूरी व्यवस्था रखी जाए। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वर्षा के कारण सड़क, विद्युत, पेयजल व्यवस्थाएं बाधित होने की दशा में, सभी व्यवस्थाएं संबंधित विभागों से तत्काल सुचारू की जाय।
मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन को निर्देश दिए कि लक्सर, खानपुर एवं प्रदेश के अन्य ऐसे स्थानों जहां पर कम बरसात के बावजूद भी जलभराव की समस्याएं आ रही हैं, ऐसे स्थानों के लिए ड्रेनेज की उचित व्यवस्था हो, इसके लिए दीर्घकालिक प्लान बनाया जाय। सभी जिलाधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए रखने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं, ताकि जनपदों में कुछ भी आवश्यकता पड़ने पर शीघ्र उपलब्ध कराई जा सके। मुख्यमंत्री ने सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ द्वारा तैनात की गई फोर्स के बारे में भी जानकारी ली।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा, अपर सचिव सविन बंसल, एसीईओ आपदा प्रबंधन रिद्धिम अग्रवाल एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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