देश में 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक टीका उत्सव, प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों के साथ की बैठक, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने भी लिया हिस्सा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिग में देश में कोविड-19 और वैक्सीनैशन की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की गई। इसमें केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ हर्षवर्धन सहित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों ने प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी वीडियो कांफ्रेंसिग में प्रतिभाग किया। प्रधानमंत्री ने सभी लोगों के साथ-साथ जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आज की समीक्षा में कुछ बातें हमारे सामने स्पष्ट हैं, उन पर हमें विशेष ध्यान देने की जरूरत है। पहला- देश फ़र्स्ट वेव के समय की पीक को क्रॉस कर चुका है, और इस बार ये ग्रोथ रेट पहले से भी ज्यादा तेज है। दूसरा- महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्यप्रदेश और गुजरात समेत कई राज्य फ़र्स्ट वेव की पीक को भी क्रॉस कर चुके हैं। कुछ और राज्य भी इस ओर बढ़ रहे हैं। हम सबके लिए ये चिंता का विषय है। ये एक serious concern है। तीसरा- इस बार लोग पहले की अपेक्षा बहुत अधिक casual हो गए हैं। अधिकतर राज्यों में प्रशासन भी नज़र आ रहा है। ऐसे में कोरोना केसेस की इस अचानक बढ़ोतरी ने मुश्किलें पैदा की हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन तमाम चुनौतियों के बावजूद, हमारे पास पहले की अपेक्षा बेहतर अनुभव है, संसाधन हैं, और वैक्सीन भी है। जनभागीदारी के साथ-साथ हमारे परिश्रमी डॉक्टर्स और हेल्थ-केयर स्टाफ ने स्थिति को संभालने में बहुत मदद की है और आज भी कर रहे हैं। ‘Test, Track, Treat’, Covid appropriate behaviour और Covid Management, इन्हीं चीजों पर हमें बल देना है। 11 अप्रैल, ज्योतिबा फुले जी की जन्मजयंति है और 14 अप्रैल, बाबा साहेब की जन्म जयंति है, उस बीच हम सभी ‘टीका उत्सव’ मनाएं। हमारा प्रयास यही होना चाहिए कि इस टीका उत्सव में हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करें। मैं देश के युवाओं से भी आग्रह करूंगा कि आप अपने आसपास जो भी व्यक्ति 45 साल के ऊपर के हैं, उन्हें वैक्सीन लगवाने में हर संभव मदद करें। पीएम मोदी बोले कि वैक्सीनेशन के साथ साथ हमें ये भी ध्यान रखना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद की लापरवाही न बढ़े। हमें लोगों को ये बार-बार बताना होगा कि वैक्सीन लगने के बाद भी मास्क और सावधानी जरूरी है।
उक्त वीडियो कांफ्रेंसिग के बाद राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश में आरटीपीसीआर टेस्टिंग बढाने, संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए ट्रेसिंग, माइक्रो कन्टेनमेंट जोन और सर्विलांस पर और अधिक गम्भीरता से काम करने के निर्देश दिये। डेथ रेट को कम करने के लिए क्लिनिकल केयर और ट्रीटमेंट को सर्वोच्च प्राथमिकता से लिया जाए। मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्यता से पालन कराने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाए जाएं। जो लोग कोविड गाइडलाइन का पालन न करे, उनपर सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में वैक्सीनैशन का बङा अभियान चल रहा है। वैक्सीनैशन में उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों मे है। राज्य में इसकी रफ्तार को और बढाना है। केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित मानकों में आ रहे लोगों का शत प्रतिशत वैक्सीनैशन सुनिश्चित किया जाना है।
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