Uttarakhand : 9 जिलों में 45 नये कोरोना संक्रमित मिले, राज्य में डबलिंग रेट देश के दोगुने से भी ज्यादा
Uttarakhand Covid-19 Daily Update for 4 July 2020, Coronavirus in Uttarakhand. शनिवार को उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के 45 नए मामले सामने आए हैं, इसके बाद राज्य में अब तक मिले संक्रमितों की संख्या 3093 हो चुकी है, इनमें से 2502 लोगों का इलाज हो चुका है। राज्य में अब तक 42 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
शनिवार को सामने आए मामले इस प्रकार हैं….
अल्मोड़ा 2
बागेश्वर 6
देहरादून 8
हरिद्वार 1
नैनीताल 4
पौड़ी गढ़वाल 1
टेहरी गढ़वाल 1
उधमसिंह नगर 17
उत्तरकाशी 5
मुख्यमंत्री द्वारा ली गई एक समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने बताया कि राज्य में कोविड-19 के कुल एक्टिव केस 500 से भी कम रह गए हैं। पिछले सात दिन में कोरोना की वृद्धि दर 0.56 प्रतिशत है जबकि भारत में यह 1.28 प्रतिशत है। उत्तराखण्ड में पाॅजिटीविटी रेट 4.68 प्रतिशत है और देश में औसत पाॅजिटीविटी रेट 6.73 प्रतिशत है। राज्य में कुल पाॅजिटिव मामलों में से 89 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में और 11 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में पाए गए हैं। सेम्पलिंग में भी पहले की तुलना में लगातार बढ़ोतरी हुई है। राज्य की डबलिंग रेट 57.39 दिन है जबकि देश की डबलिंग रेट 23.52 दिन है।
मुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक
फ्रंट लाईन वर्कर्स आशाओं के मानदेय का भुगतान समय से करना सुनिश्चित करें, समय से भुगतान न करने वाले सीएमओ से तत्काल स्पष्टीकरण लिया जाये। यह निर्देश मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यों की वीसी के माध्यम से समीक्षा करते हुए चिकित्सा विभाग आला अधिकारियों को दिए। रावत ने जनपदों में कार्यरत आशा वर्करों की संख्या के सापेक्ष शतप्रतिशत भुगतान न करने वाले सीएमओं का तत्काल स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कोविड-19 में लगे फ्रण्ट लाईन वर्करों विशेषकर आशाओं को शतप्रतिशत प्रोटेक्शन किट उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए कहा कि फ्रन्ट लाइन वर्करों को प्रोटेक्शन किट उपलब्ध कराने में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आशा वर्करों के लिए स्मार्ट फोन की उपलब्धता शीघ्रता से सुनिश्चित कराने तथा स्मार्ट फोन के लिए स्वास्थ्य विभाग के आवश्यक साॅफ्टवेयर समय से तैयार करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए। श्री रावत ने कहा कि बीएसएनएल के नेटवर्क प्रणाली के अपग्रेडेशन के लिए भारत सरकार में भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है ताकि राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में दूर संचार सुविधाओं को और अधिक सुगम बनाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम हेतु मास्क पहनने तथा सामाजिक दूरी के नियमों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश सभी जिलाधिकारियों व पुलिस विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने मास्क न पहनने वालों, सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन न करने वालों के साथ ही होम क्वारंटीन नियमों का अनुपालन न करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों को समय से हायर सेंटर रेफर करने, रेस्पोन्स टाइम कम करने, कोन्टेक्ट ट्रेसिंग को और अधिक प्रभावी बनाने, सर्विलांस कार्य को बहुत अधिक गहनता से करने के निर्देश भी सभी जिलाधिकारियों को दिए। उन्होंने कोविड-19 संक्रमण के सीरियस केसो को सीएमओ द्वारा स्वयं देखने के साथ ही जिलाधिकारियों को ऐसें प्रकरणों की मोनीटरिंग और अधिक गहनता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्य की मण्डियों विशेषकर हल्द्वानी, रामनगर, हरिद्वार, कोटद्वार, पोड़ी की मण्डियों में सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का शतप्रतिशत अनुपालन कराने के निर्देश भी जिलाधिकारियों को दिए। रावत ने निर्देशित करते हुए कहा कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के साथ ही विशेष सावधानियों एवं डाॅक्टरों की देख-रेख में इस संक्रमण का ईलाज भी संभव हैं, इस प्रकार के जन-जागरूकता लाने वाले सकारात्मक वीडियो एवं ऑडियो क्लिप बनाकर वायरल करते हुए जनता को जागरूक किया जाए और कोरोना संक्रमण पर विजय पा चुके व्यक्तियों के अनुभवों को भी साझा किया जाए। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि पिछले लगभग 4 माह में कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए काफी काम किया गया है। इसी का परिणाम है कि वर्तमान में प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट 81 प्रतिशत से अधिक है और यह निरंतर बढ़ रहा है। हमारे यहां एक्टीव मामलों की संख्या 500 से भी कम हो गई है। परंतु अभी आराम का समय नहीं है। सतत सतर्कता बनाए रखनी है। कान्टेक्ट ट्रेसिंग और क्वारेंटाईन सेंटरों की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। डेथ आॅडिट रिपोर्ट में कोरोना संक्रमित की मृत्यु के कारणों का विश्लेषण कर देखा जाए कि कहां-कहां सुधार किए जाने की जरूरत है। क्लिनिकल मैनेजमेंट में गम्भीरतम मामलों पर उच्च स्तर से माॅनिटरिंग की जाए। रावत ने सोशल मीडिया पर झूठी एवं फैक खबरे प्रसारित करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही करने के निर्देश भी सभी जिलों के डीएम को दिए। उन्होंने राज्य में साइबर क्राइम रोकने के लिए साइबर मोनीटरिंग कार्य को और अधिक गहनता से करने के निर्देश पुलिस विभाग के अधिकारियों को दिए।
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