केदारनाथ में तैनात SDM के साथ ऐसा क्या हुआ कि इस्तीफा देकर हो गए लापता, पढ़िए
उत्तराखंड के केदारनाथ में तैनात राज्य सरकार के यात्रा मजिस्ट्रेट गौरव चटवाल ने अचानक अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है, त्यागपत्र देने के बाद उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात नहीं की। यहां तक कि वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से उनको लगातार फोन लगाया जा रहा है लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ है।
आपको बता दें कि केदारनाथ ड्यूटी पर तैनात एसडीएम गौरव चटवाल ने नौकरी से त्यागपत्र दे दिया है। अपर मुख्य सचिव कार्मिक को भेजे पत्र में चटवाल ने नौकरी छोड़ने का कारण केदारनाथ ड्यूटी करने में असमर्थता बताया है। उधर, डीएम रुद्रप्रयाग ने इस संबंध में शासन को अवगत कराने की बात कही है।
18/19 मई को धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भ्रमण के चलते जिलाधिकारी द्वारा उन्हें वीआईपी ड्यूटी का जिम्मा सौंपा गया था। चटवाल ने 17 मई से 30 मई तक केदारनाथ में बतौर यात्रा मजिस्ट्रेट के रूप में अपनी ड्यूटी का निर्वहन किया, लेकिन बीती 31 मई को यकायक उन्होंने केदारनाथ में ड्यूटी करने से हाथ खड़े कर दिए। मिरर उत्तराखंड को मिली जानकारी के अनुसार केदारनाथ में तैनाती के दौरान गौरव ने कुछ साधुओं से भी मुलाकात की थी, गौरव ने साधुओं को उनको आ रहे लगातार बुरे सपने के बारे में बताया था, जिसके बाद वह काफी डरे हुए थे। हालांंकि मिरर उत्तराखंड आधिकारिक तौर पर ऐसी किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता। हमारी ओर से भी गौरव चटवाल से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनका मोबाइल नंबर स्विच ऑफ जा रहा है। कुल मिलाकर केदारनाथ जैसी कठिन भौगोलिक परिस्थिति में जब कई सरकारी अधिकारियों के साथ साथ गैर सरकारी संस्थाएं भी वहां पर अपनी सेवाएं दे रही हैं तो ऐसे में राज्य सरकार के एसडीएम को क्या समस्या आई, ये अपने आप में एक बड़ा सवाल है और इसका जवाब गौरव चटवाल के अलावा कोई नहीं दे सकता।
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