पति हुआ था देश के लिए शहीद, पत्नी ने सेना में अफसर बन शहीद को दिया सबसे बड़ा सम्मान
आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन हम अपने देश की जांबाज महिलाओं को याद कर रहे हैं, एक महिला हैं उत्तराखंड की संगीता, जिन्होंने अपने पति की शहादत के बाद खुद सेना में अफसर बन शहीद को सबसे बड़ा सम्मान दिया । हिंदुस्तान अखबार में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के ठीक एक दिन बाद नौ मार्च को संगीता ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) चेन्नई से पास आउट होकर सेना में अफसर बनेंगी। देहरादून चंद्रबनी निवासी संगीता (38) के पति शिशिर मल्ल दो सितंबर 2015 को बारामूला सेक्टर में ऑपरेशन रक्षक के दौरान शहीद हो गए थे। शिशिर गोरखा रेजिमेंट में राइफलमैन के पद पर थे। सिर से पति साया उठना संगीता के लिए बहुत मुश्किल भरा समय था, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटी तो पीएनबी में क्लर्क के पद पर चयन हुआ। एक माह तक हरिद्वार में सेवा दी।
इसी बीच रानीखेत में सेना की वीर नारियों का सम्मान कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम में सेना के अफसरों ने संगीता को सेना में जाने के लिए कहा। सेना के अफसरों ने प्रोत्साहित किया तो तैयारी में जुट गई और इसमें सफल भी हुई। अप्रैल 2018 में उनका ओटीए चेन्नई (एस एस सी डब्लू-21) कोर्स के लिए हुआ है। कड़े प्रशिक्षण के बाद वह नौ मार्च को पास आउट होकर अफसर बनेंगी। संगीता की सास रेणुका देवी कहती है कि हमें अपनी बहू पर गर्व है।
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Mirror News