उत्तराखंड-यहां सी-प्लेन उड़ाने को सरकार तैयार, पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी होगी सहूलियत
उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल के टेहरी झील में जल्द ही आपको सी-प्लेन उड़ते हुए दिखाई देगा, इसको लेकर उत्तराखंड सरकार, भारत सरकार और विमानपत्तन प्राधिकरण में एक समझौता हुआ है, राज्य सरकार ने इसको सफल बनाने के लिये हवाई जहाज के ईधन में वैट 20 फीसदी से घटाकर 1 फीसदी कर दिया है, बुधवार को उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट बैठक में इसको लेकर फैसला किया गया है । राज्य सरकार और केन्द्र सरकार की ओर से सी-प्लेन चलाने वाली कंपनी को टेहरी झील के पास ढाई एकड़ जमीन भी दी जायेगी और अगर पर्यटक न मिलने की स्थिति में कंपनी को नुकसान होता है तो उसकी 80 फीसदी भरपाई केन्द्र सरकार करेगी जबकि 20 फीसदी राज्य सरकार करेगी, जमीन के लिये भी ऐसा ही फॉर्मुला निकाला गया है ।
हालांकि अभी ये तय नहीं है कि कब से ये सेवा यहां शुरू होगी लेकिन इस सेवा को प्रधानमंत्री मोदी की उड़ान योजना के अधीन रखा गया है, और पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी इसका फायदा होने की उम्मीद है । स्थानीय लोग दिल्ली, देहरादून या पंतनगर जैसी जगहों तक इस प्लेन के जरिये यात्रा भी कर सकते हैं । उड्डयन विशेषज्ञों का कहना है कि अगर एंफिबियस क्लास के सी-प्लेन का उपयोग किया जाये तो ये संभव है । इस क्लास के हवाई जहाज पानी और जमीन दोनों जगह उतर सकते हैं । ऐसे में अगर दृड़ इच्चाशक्ति दिखाई गयी तो जल्द ही पर्यटन और यातायात के लिहाज से टेहरी झील में सी-प्लेन चलाना इस इलाके की अर्थव्यवस्था और पिछड़ेपन में आमूलचूल परिवर्तन ला सकता है ।
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