उत्तराखंड : सेना की वर्दी सिलना काफी पसंद था इसे, आतंकी हमले में मारा गया, गरीब के बच्चे ही मरते हैं, ये कहा मां ने
गुरुवार को जम्मू बस स्टैंड पर हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के हरिद्वार जिले का एक 17 साल का युवा मारा गया, वह अपने मामा के साथ जम्मू गया था। जम्मू में उसका मामा सेना की वर्दी सिलने का काम करता है और 17 साल का मोहम्मद शारिक भी यही काम करने वहां गया था और सेना की वर्दी सिलना उसे काफी पसंद भी था। लेकिन गुरुवार को दिन में जम्मू बस स्टैंड पर आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंका, जिसमें सारी की मौत हो गई ।
हरिद्वार जिले के रुड़की के टोडा एहतमाल गांव निवासी शारिक की मां मेराज का तबसे बुरा हाल है, टोडा एहतमाल गांव निवासी मेराज के पति इंतजार की तीन साल पहले मौत हो गई थी, सारिक उन्हीं का बेटा है। वह अपने दो बेटे और पांच बेटियों के साथ गांव में ही रहती हैं। पास के गांव टोडा कल्याणपुर में उनका मायका है। उनका भाई साजिद दर्जी है और सेना में वर्दी सिलने का काम करता है। छह मार्च को साजिद भांजे शारिक को अपने साथ जम्मू ले गया था।
शारिक के परिवार में काफी ग़रीबी है और उसकी मां का बुरा हाल है, वो बार-बार कहती है कि इस तरह के हमलों में सिर्फ गरीब के बच्चे ही मारे जाते हैं । शारीख की मौत के बाद पूरे गांव में गम का माहौल है और उधर जम्मू में बस स्टैंड पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है।
पुलिस का दावा है कि इसी ने बस स्टैंड पर बम फेंका था, इस घटना को अंजाम देने के पीछे हिजबुल मुजाहिदीन का हाथ बताया जा रहा है ।
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Mirror News