उत्तराखंड : मृत पति का चेहरा देख फूट-फूटकर रोई मानसी, परिजन और लोग भी हुए भावुक
मानसी को मालूम था कि पति अब इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन अंतिम बार अपने पति के दर्शन करने के लिए वह घंटों से खड़ी थी। जैसे ही सेना की गाड़ी से पति के शव को उतारा गया तो मानसी फफक-फफक कर रोने लगी अब उसका धैर्य जवाब दे गया था।
हम बात कर रहे हैं नंदा देवी ईस्ट पर्वत में पर्वतारोहण के दौरान मारे गए पर्वतारोहियों के गाइड चेतन पांडे की पत्नी मानसी पांडे की। 8 में से 7 पर्वतारोहियों के शव आइटीबीपी ने एक कठिन अभियान के तहत नंदा देवी पर्वत से हेलीकॉप्टर के जरिए पहले पिथौरागढ़ पहुंचाए, उसके बाद ये शव पिथौरागढ़ से हेलीकॉप्टर के जरिए हल्द्वानी लाए गये। 7 में से 1 शव पर्वतारोहियों के गाइड चेतन पांडे का भी था, हल्द्वानी जब शव लाए गए तो चेतन पांडे की पत्नी मानसी पांडे और उनके परिजन वहां इंतजार कर रहे थे। बाकी छह विदेशी पर्वतारोहियों के शवों को यहां से दिल्ली भेजा जा रहा है।
चेतन पांडे अल्मोड़ा जिले के लक्ष्मेश्वर के निवासी थे, उनकी पत्नी मानसी पांडे ने हल्द्वानी के अस्पताल में अपने पति के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए, इस दौरान मानसी फूट-फूट कर रोने लगी।
दरअसल नंदा देवी ईस्ट में पर्वतारोहण के दौरान सात विदेशी पर्वतारोही और उनके गाइड चेतन पांडे हिमस्खलन की चपेट में आने के कारण मारे गए । आईटीबीपी ने दुनिया का सबसे खतरनाक रेस्क्यू अभियान चलाकर 7 पर्वतारोहियों के शव को खोजा और उसके बाद आईटीबीपी के पर्वतारोहियों ने इन शवों को नंदा देवी पर्वत से नीचे बेस कैंप तक पहुंचाया, जहां से इन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए एअरलिफ्ट किया गया। एक पर्वतारोही का शव नहीं मिल सका।
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