उत्तराखंड में बिजली चोरों की अब शामत, शुरू हुआ ऊर्जागिरी अभियान, लीकेज और दुरुपयोग रोकना भी मकसद
उत्तराखंड में बिजली चोरी और लीकेज को रोकने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है, गांधीगिरी की तर्ज पर चलाए जा रहे इस अभियान का नाम ऊर्जागिरी है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस अभियान की शुरुआत की ।
इस अभियान के तहत लोगों को पहले बिजली चोरी न करने की शपथ दिलाई जाएगी और उसके बाद भी पकड़ में आने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, इसके अलावा लीकेज भी नियंत्रित किया जाएगा, वहीं दुरुपयोग रोकने के लिए जागरूकता अभियन चलेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस दौरान कहा कि इस अभियान से बिजली चोरी रोकने में काफी मदद मिलेगी। आपको बता दें कि प्रदेश में हर साल बिजली चोरी के चलते राज्य सरकार को 200 से 300 करोड़ के राजस्व का नुकसान होता है, बिजली चोरी के मामले सबसे ज्यादा देहरादून, हरिद्वार और उधम सिंह नगर जिलों से सामने आते हैं । CM Trivendra Singh Rawat ने बताया कि बिजली की चोरी,लीकेज व दुरुपयोग रोकने के लिए ‘ऊर्जागिरी’ अभियान की शुरआत की गई है। यह अभियान लोगों में बिजली की बचत करने व बिजलीचोरों की शिकायत के लिए जागरुकता लाएगा।बिजली चोरी रोकने के मामले में उत्तराखंड गुजरात के बाद दूसरे स्थान पर है।बिजली चोरी की दर को 13% से नीचे लाने का लक्ष्य है। इस दौरान ऊर्जा सचिव राधिका झा समेत यूपीसीएल के तमाम वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
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