उत्तराखंड : हिमस्खलन में पहाड़ का फौजी शहीद, सफल अभियान से लौट रहे थे नारायण सिंह
सीमांत जिले पिथौरागढ़ के एक पर्वतारोही की दुनिया की पांचवीं सबसे ऊंची चोटी मकालु से उतरने के दौरान बर्फ में दब जाने से मौत हो गई। मृतक पर्वतारोही भारतीय सेना की कुमाऊं स्काउट में तैनात था। इस घटना की जानकारी मिलते ही उनके गृह क्षेत्र बरम के पास कनार में शोक की लहर दौड़ गई।
भारतीय सेना का दल पिछले माह नेपाल और तिब्बत को जोड़ने वाली पर्वत श्रंखला मकालु में चढ़ने के लिए गया था। इस दल में कनार गांव के निवासी नारायण सिंह परिहार (35) पुत्र वीर सिंह 8485 मीटर ऊंची चोटी पर दल चढ़ने में सफल रहा। दल सफल आरोहण के बाद वापस लौट रहा था। दल में शामिल सदस्य अलग-अलग कैंपों में थे। नारायण सिंह तीन रोज पूर्व चौथे कैंप में रूके थे। इसी दौरान हिमस्खलन हुआ और वे बर्फ में दब गए, जिससे उनका निधन हो गया। उनके निधन की जानकारी मिलते ही सीमांत जिले में शोक की लहर दौड़ गई। कनार गांव शोक में डूबा हुआ है। तमाम लोगों ने पर्वतारोही नारायण सिंह परिहार के निधन पर गहरा दुख जताया है। नारायण अपने पीछे एक पुत्र और दो पुत्रियां छोड़ गए हैं।
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