थाईलैंड में पीएम मोदी, कहा भारत ने ले लिया है आतंक से मुक्ति का निर्णय, PM Modi in Thailand
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से चार नवंबर के बीच थाईलैंड की यात्रा पर हैं, प्रधानमंत्री अपनी थाईलैंड की यात्रा पर आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और अन्य बैठकों में हिस्सा लेंगे वहीं दूसरी तरफ बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोग भी अपने प्रधानमंत्री का ‘स्वस्दी’ यानिकी स्वागत करने के लिए बेताब हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने थाईलैंड में बैंकॉक में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित भी किया, प्रधानमंत्री ने क्या कहा आइए आपको बताते हैं…
भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 130 करोड़ भारतीय आज न्यू इंडिया के निर्माण में लगे हैं। आपमें से जो लोग 5-7 साल पहले भारत गए हों, उन्हें अब भारत जाने पर सार्थक परिवर्तन स्पष्ट दिखता होगा और इसी का परिणाम है कि देशवासियों ने फिर एक बार मुझे पहले से भी ज्यादा आशीर्वाद दिया है!
मोदी ने कहा कि इस बार के आम चुनाव में इतिहास में सबसे ज्यादा 60 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले हैं। ये विश्व के लोकतांत्रिक इतिहास की सबसे बड़ी घटना है। हर भारतीय को इसका गर्व होना चाहिए, अब हम उन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए काम कर रहे हैं जो कभी असंभव लगते थे। जिन्हें सोच भी नहीं सकते थे। आप सभी इस बात से परिचित हैं कि आतंक और अलगाव का बीज बोने वाले एक बहुत बड़े कारण से देश को मुक्त करने का निर्णय भारत ने कर लिया है।
दरअसल 35 वें आसियान शिखर सम्मेलन और कई दूसरे महत्वपूर्ण सम्मेलन 2 नवंबर से थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में शुरू हो रहे हैं। इन सम्मेलनों में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा 10 आसियान सदस्य देशों के साथ साथ चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख नेतृत्व भाग लें रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी आज बैंकॉक पहुंच चुके हैं, आसियान सम्मेलन की औपचारिक शुरुआत 3 नवंबर को होगी और इसके तुरंत बाद प्रधानमंत्री भारत-आसियान सम्मेलन में भागीदारी करेंगे। अपनी तमाम व्यस्तताओं के साथ, प्रधानमंत्री सोमवार दोपहर को ईस्ट-एशिया समिट में भागीदारी करेंगे जहां उनकी मुलाकात तमाम शीर्ष नेताओं के साथ साथ ऑस्ट्रेलिया और कई दूसरे देशों के नेताओं के साथ भी होगी। इसके बाद नज़रें होगीं सोमवार शाम की गतिविधियों पर जहां तीसरे रिजनल कॉम्प्रेहेंसिव इकॉनॉमिक पार्टनरशिप यानी RCEP सम्मेलन में पीएम भागीदारी करेंगे। RCEP में दुनिया के बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की भागीदारी है और इस पार्टरशिप के सदस्य देश आपसी स्तर पर मुक्त व्यापार को बढ़ावा देने पर काम करते रहे हैं। भारत RCEP के मामला में एक संतुलित समझौते की ओर काम कर रहा है, एक ऐसा समझौता जो देश के हित में हो। सम्मेलन से ये भी उम्मीद की जा रही है सम्मेलन के बाद आसियान एक संयुक्त बयान जारी करेगा, जिसमें जलवायु परिवर्तन से जुड़ी चिंताओं के समाधान पर संबंधित देशों की कार्ययोजना हो सकती है।
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