सर्जिकल स्ट्राइक से भी खतरनाक हो सकता है इस बार भारत का बदला, पाकिस्तान में अभी से खौफ
पुलवामा में हुए आतंकी हमले और देश के 40 जवानों के शहीद होने के बाद पूरे देश में जनता का गुस्सा उबल रहा है, और सरकार पर लगातार दबाव बन रहा है कि सरकार आतंकवादियों की इस कायराना हरकत का माकूल जवाब दे। केंद्र की मोदी सरकार की ओर से सेना और सुरक्षाबलों को खुली छूट देने के बाद अब रणनीति के स्तर पर मंथन चल रहा है। इसके तहत बैक चैनल के जरिये पाकिस्तान को इस हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के खिलाफ अंतिम कार्रवाई करने में मदद की पेशकश की गई है। भारत की तरफ से दो टूक चेतावनी दी गई है कि पाक सरकार इस बावत उसकी पेशकश नहीं मानती है तो दक्षिण-पूर्वी एशिया के समीकरण बिगड़ेंगे।
अमेरिका, इस्राइल, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस और रूस समेत सभी ताकतवर देशों से पाकिस्तान पर मसूद के खिलाफ अंतिम कार्रवाई के लिए दबाव बनाने की योजना के तहत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल खुद इन देशों में अपने समकक्षों से बातचीत कर रहे हैं।
हालांकि सेना और सुरक्षाबलों के हाथ खुले हैं, लेकिन इस वक्त सबसे बड़ी कोशिश हो रही है कि किसी तरह इस हमले के लिए जिम्मेदार जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर शिकंजा कसा जाए। इसीलिए द्विपक्षीय और बहुपक्षीय कूटनीति के जरिए मसूद अजहर पर कार्रवाई के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश भारत कर रहा है।
दूसरी ओर सर्जिकल स्ट्राइक जैसी किसी भी कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान भी सचेत है, उसने भारत पाकिस्तान सीमा पर खासी निगरानी बढ़ा दी है । ऐसे में रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर पाकिस्तान मसूद अजहर को भारत को नहीं सौंपता या उस पर कार्रवाई नहीं करता है तो भारत की कार्रवाई अभूतपूर्व हो सकती है। इसमें मसूद के पाकिस्तानी ठिकानों पर हवाई हमले, पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले और कुछ दूसरी खतरनाक बदले की कार्रवाई शामिल हो सकती हैं, जिसका सुरक्षा कारणों से यहां जिक्र नहीं किया जा सकता।
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Mirror News