नई जगह की खोज, यहां से कैलाश मानसरोवर के होते हैं दर्शन, पर्यटन को मिल सकती है गति
2 July. 2023. Pithoragarh. पिछले कुछ सालों से कैलाश मानसरोवर यात्रा जो भारत और चीन के बीच होती है बंद पड़ी हुई है और अब भोलेनाथ के भक्तों के लिए एक अच्छी खबर निकल कर सामने आई है, भारत के पिथौरागढ़ जिले के ऊंचे पहाड़ियों से कैलाश मानसरोवर के दर्शन हो रहे हैं, इस जगह की खोज स्थानीय लोगों ने की है।
शिवभक्त अब उत्तराखंड के लिपुलेख से कैलाश मानसरोवर के दर्शन कर पाएंगे, पिछले 4 सालों से भारत और चीन के बीच में होने वाली कैलाश मानसरोवर यात्रा बंद पड़ी हुई है, पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा के करीब 18 हजार फीट की ऊंचाई से पवित्र कैलाश पर्वत के दर्शन पूरी तरह संभव हैं।
सीमांत में स्थित नाभीढ़ांग के ठीक ऊपर 2 किलोमीटर ऊंची पहाड़ी से तिब्बत में मौजूद कैलाश पर्वत आसानी से दिखाई देता है, अब तक यह बात किसी को पता नहीं थी लेकिन कुछ स्थानीय लोग ओल्ड लिपुपास की पहाड़ी के ऊपर पहुंचे तो वहां से पवित्र कैलाश पर्वत काफी करीब और दिव्य दिखाई दिया। कुछ स्थानीय लोगों ने तो यह भी जानकारी दी है कि जोलिंगकौंग से 25 किलोमीटर ऊपर लिंपियाधूरा की पहाड़ी से कैलाश पर्वत के अच्छे दर्शन होते हैं। वहां नजदीकी ही आदि कैलाश और पार्वती सरोवर भी मौजूद हैं, ऐसे में यहां से धार्मिक पर्यटन की गतिविधियां बढ़ाई जा सकती हैं।
पिथौरागढ़ के जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति चंद्र आर्य ने बताया कि ओल्ड लिपुपास पर रास्ता बनाने के साथ ही पर्यटकों के लिए अन्य जरूरी सुविधाएं भी जुटाई जानी है, जिसके बाद इस जगह से देशभर के श्रद्धालु पवित्र कैलाश के दर्शन कर सकेंगे।
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