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उत्तराखंड के 3 स्टेशन सहित देश के 508 रेलवे स्टेशन पुनर्विकसित होंगे, पीएम मोदी ने रखी आधारशिला

उत्तराखंड के 3 स्टेशन सहित देश के 508 रेलवे स्टेशन पुनर्विकसित होंगे, पीएम मोदी ने रखी आधारशिला

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by August 6, 2023 News

6 August. 2023. New Delhi. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ऐतिहासिक पहल के तहत देश के कोने-कोने में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखी। इसमें उत्तराखंड के भी तीन स्टेशन शामिल हैं, दरअसल देश भर में 1309 स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना शुरू की गई है। इस योजना के पहले हिस्से के रूप में प्रधानमंत्री द्वारा 508 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए आधारशिला रखी गई। इन स्टेशनों का पुनर्विकास 24,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा। शहर के दोनों किनारों को समुचित रूप से जोड़ते हुए इन स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि नया भारत जो तेजी से विकसित भारत के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, अमृत काल की शुरुआत पर है। प्रधान मंत्री ने कहा नई ऊर्जा, नई प्रेरणा और नए संकल्प हैं, यह भारतीय रेलवे के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के जिन 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की शुरुआत की उनमें उत्तराखंड के 3 रेलवे स्टेशन लालकुआं, हर्रावाला और रूड़की भी शामिल हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने दुनिया में भारत के बढ़ते कद को रेखांकित किया और भारत में बढ़ती वैश्विक रुचि पर प्रकाश डाला। उन्होंने इसके लिए दो प्रमुख कारकों को श्रेय दिया, पहला भारत की जनता द्वारा एक स्थिर पूर्ण बहुमत वाली सरकार का चुनाव और दूसरा सरकार ने महत्वाकांक्षी फैसले लिए और लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप उनके विकास के लिए लगातार काम किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय रेलवे भी इसका प्रतीक है, उन्होंने अपनी बात को स्पष्ट करने के लिए रेल क्षेत्र के विस्तार के तथ्य प्रस्तुत किये। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में देश में बिछाए गए ट्रैक की लंबाई दक्षिण अफ्रीका, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन के संयुक्त रेलवे नेटवर्क से भी अधिक है। भारतीय रेलवे में विस्तार के पैमाने को परिप्रेक्ष्य में रखते हुए प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि पिछले वर्ष में भारत ने दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के संयुक्त रेलवे नेटवर्क की तुलना में अधिक रेलवे ट्रैक बिछाए। उन्होंने कहा कि आज सरकार रेल यात्रा को सुलभ के साथ-साथ सुखद बनाने के लिए भी काम कर रही है। उन्होंने प्लेटफार्मों पर बेहतर बैठने की व्यवस्था, उन्नत प्रतीक्षालय और हजारों स्टेशनों पर मुफ्त वाईफाई का उल्लेख किया। विपक्ष पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन, कर्तव्य पथ, युद्ध स्मारक और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जैसी परियोजनाओं के विरोध पर अफसोस जताया। उन्होंने कहा, नकारात्मक राजनीति से दूर, हमने देश के विकास के कार्य को एक मिशन के रूप में लिया है और वोट बैंक और दलगत राजनीति से परे इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इतने सारे स्टेशनों के आधुनिकीकरण से देश में विकास का एक नया माहौल बनेगा क्योंकि वे आगंतुकों के बीच पहली बार अच्छी छाप छोड़ेंगे। अपग्रेड किए गए स्टेशनों से न केवल पर्यटन बढ़ेगा बल्कि आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ योजना से कारीगरों को मदद मिलेगी और जिले की ब्रांडिंग में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आजादी के अमृत काल में देश ने अपनी विरासत पर गर्व करने का संकल्प भी लिया है। मोदी ने कहा ये अमृत रेलवे स्टेशन अपनी विरासत पर गर्व करने और प्रत्येक नागरिक में गर्व पैदा करने का प्रतीक होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि अमृत स्टेशन भारत की सांस्कृतिक और स्थानीय विरासत की झलक पेश करेंगे। उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि जयपुर रेलवे स्टेशनों पर राजस्थान के हवा महल और आमेर किले की झलक दिखाई देगी, जम्मू और कश्मीर में जम्मू तवी रेलवे स्टेशन प्रसिद्ध रघुनाथ मंदिर से प्रेरित होगा और नागालैंड का दीमापुर स्टेशन स्थानीय वास्तुकला का प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक रेलवे स्टेशन देश की प्राचीन विरासत के साथ-साथ आधुनिक आकांक्षाओं का भी प्रतीक होगा।

प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि सरकार ने इस धारणा को बदल दिया है कि नागरिकों द्वारा भुगतान किया गया कर भ्रष्टाचार में बर्बाद हो जाता है और आज लोगों को लगता है कि उनका पैसा राष्ट्र निर्माण के लिए उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बढ़ती सुविधाओं और जीवनयापन में आसानी के कारण कर चुकाने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। प्रधानमंत्री ने उस समय का जिक्र किया जब देश में 2 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स लगता था, जबकि आज 7 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स नहीं लगता है, प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके बावजूद देश में आयकर संग्रह की मात्रा बढ़ रही है और यह स्पष्ट संदेश जा रहा है कि देश में मध्यम वर्ग का दायरा लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि इस साल आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या में 16% की वृद्धि हुई है जो सरकार के प्रति बढ़ते विश्वास और देश में हो रहे नवप्रवर्तन को दर्शाता है। आज लोग देख रहे हैं कि कैसे देश में रेलवे का कायाकल्प हो रहा है, मेट्रो का विस्तार हो रहा है। उन्होंने नए एक्सप्रेसवे और हवाई अड्डों के विकास का उल्लेख किया और कहा कि इस तरह के बदलाव करदाताओं के पैसे से विकसित हो रहे नए भारत की भावना को बल देते हैं।

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