शराब पीने वालों को नहीं होता कोरोना वायरस, पढ़िए सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस दावे में कितनी सच्चाई है
पूरी दुनिया में इस समय कोरोनावायरस की दहशत है, भारत में अब तक कोरोनावायरस के 100 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। पूरे देश में इस समय उच्च स्तर की स्वास्थ्य सतर्कता बरती जा रही है, उत्तराखंड में कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सिलसिले में एक संयुक्त रणनीति के लिए सार्क देशों के नेताओं से भी बातचीत कर चुके हैं । क्रिकेट सहित कई अन्य खेलों को भी कोरोना वायरस के प्रभाव के कारण रद्द करना पड़ रहा है।
देशभर में कोरोनावायरस से लड़ने के लिए की जा रही व्यवस्थाओं को खुद प्रधानमंत्री मोदी मॉनिटर कर रहे हैं। उत्तराखंड में कक्षा 12 तक के स्कूल और कॉलेज 31 मार्च तक बंद कर दिये गये हैं, राज्य के हवाई अड्डों समेत नेपाल सीमा और चीन सीमा पर विशेष निगरानी की जा रही है और आने जाने वालों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जा रही है। सिनेमा हॉल भी बंद कर दिये गए हैं।
दुनिया भर में फैल रही महामारी के बीच भारत सहित पूरी दुनिया में सोशल मीडिया में एक तथ्य काफी वायरल हो रहा है, इसमें कहा जा रहा है कि शराब पीने वालों पर कोरोनावायरस का कोई असर नहीं होता। इस वायरल तथ्य की मिरर उत्तराखंड के द्वारा पड़ताल की गई तो पता चला कि डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट में अल्कोहल का जिक्र है ।लेकिन यह जिक्र हाथ धोने वाले अल्कोहल निर्मित सैनिटाइजर को लेकर है। इसमें कहा गया है कि अल्कोहल निर्मित सैनिटाइजर से हाथ धोने पर वायरस खत्म हो जाता है। बाद में डब्ल्यूएचओ के द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह भी साफ किया गया कि शराब पीने वालों को कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होता, यह तथ्य पूरी तरह से गलत है। डब्ल्यूएचओ ने लोगों से ऐसे किसी भी भ्रम में ना रहने की बात कही है, आपको बता दें कि इसी भ्रम के कारण ईरान में कुछ लोगों ने शराब पी ली थी, लेकिन शराब जहरीली होने के कारण 60 लोगों की मौत हो गई। इसलिए हमारी आप से अपील है कि आप सोशल मीडिया में फैल रहे ऐसे किसी भी भ्रम में ना पड़ें, आइए अब आपको बता दें कि आप कोरोना वायरस से कैसे बचे रह सकते हैं। नॉवल कोरोना वायरस फैलने से रोकने के लिए खाँसते, छींकते वक़्त अपने मुँह को रुमाल या टिशू से ढकें। हाथों को लगातार साबुन से धोएं, अपनी आँख,नाक और मुँह को न छुएं। अगर किसी को खाँसी, बुखार या साँस लेने में तकलीफ़ हो तो उससे 1 मीटर की दूरी बनाये रखें। ज़रूरत पड़ने पर नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। इसको आप इस तरह से समझ सकते हैं कि अगर किसी मरीज में कोरोना है और वह किसी वस्तु को छूता है या उसके थूक से या उसके छींक में से कोरोना वायरस कहीं बाहर किसी वस्तु पर या मनुष्य पर चिपक सकता है,, इसलिए अपने आप को सार्वजनिक जगहों और भीड़भाड़ से दूर रखें, अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बनाए रखें। अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें….Mirror Uttarakhand News
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