उत्तराखंड : ये गरीब बेटी पैदा होने पर जा रहा था मंदिर, लेकिन रास्ते में उठा ले गई मौत, परिवार में मातम
उत्तराखंड के नैनीताल जिले के पंतनगर विश्वविद्यालय में काम करने वाले गोमती को उसके पिता की मौत के बाद मृतक आश्रित कोटे से 6 साल पहले यहां नौकरी मिली थी, गोमती धीरे धीरे पिता की मौत के गम से उभरा और उसने पंतनगर में ही शादी कर ली। करीब 12 दिन पहले उसके घर में बेटी पैदा हुई और वो काफी खुश था, शनिवार रात को वह बेटी पैदा होने की खुशी में टनकपुर के पास स्थित पूर्णागिरी मंदिर जा रहा था लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। मौत के बाद पूरे परिवार में मातम छा गया, पंतनगर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों का भी कहना है कि गोमती काफी मिलनसार था और उसकी मौत से सभी को दुख पहुंचा है। वहीं 12 दिन की मासूम को पता ही नहीं कि इस दुनिया में आने के बाद उसने क्या खो दिया है।
गोमती अपने एक दोस्त के साथ शनिवार देर शाम पंतनगर से टनकपुर स्थित मां पूर्णागिरी मंदिर के लिए निकला, बाइक गोमती प्रसाद ही चला रहा था। देर रात करीब एक बजे खटीमा हाईवे पर जीएस कान्वेंट स्कूल के पास नेपाल से दिल्ली जा रही निजी बस (यूके 06 पीए 0802) ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में गोमती प्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसका दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गया।
अब उसके परिवार में पत्नी, कक्षा नौ में पढ़ने वाली बहन कर्मावती और पांचवीं में पढ़ने वाला भाई अक्षय कुमार हैं। वो मूलरूप से गोंडा जिले के थाना खुलाड़े के गांव पूरेभरवा का रहने वाला था।
(उत्तराखंड के नंबर वन न्यूज और व्यूज पोर्टल मिरर उत्तराखंड से जुड़ने और इसके लगातार अपडेट पाने के लिए आप नीचे लाइक बटन को क्लिक करें )
Mirror News