उत्तराखंड : 18 घरों में घुसा मलबा, 57 सड़कें बंद, 7 जिले हाई अलर्ट पर, बारिश जारी
उत्तराखंड के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान बिल्कुल सही हो रहा है, मंगलवार रात से राज्य के कई हिस्सों में रह-रहकर बारिश हो रही है जिसका असर आम जनजीवन पर पड़ रहा है। राज्य की कई छोटी-बड़ी सड़कों का बंद होना और खुलना जारी है। सड़कों पर मलबा आ रहा है और संबंधित विभाग की मशीनें इस मलबे को हटा रही हैं। इस वक्त पूरे राज्य में करीब 57 संपर्क मार्ग भारी बारिश के कारण बंद पड़े हैं।
आज गुरुवार तड़के चार बजे टिहरी के घनसाली पट्टी केमर के कोटियाड़ा गांव के ऊपर से मलबा आने से 18 परिवार बाल-बाल बच गए, लेकिन इनके घर मलबे से पट गए। ये वही जगह है जहां 28 मई 2016 को गांव के ऊपर बादल फटने से 72 घर जमींदोज हो गए थे। अभी तक प्रभावितों का विस्थापन नहीं हुआ है। मंगलवार रात से ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे उत्तरकाशी जिले के चुंगी-बड़ेथी के पास अवरुद्ध है। वहीं, गुरुवार की सुबह यमुनोत्री हाईवे भी उत्तरकाशी के डाबरकोट के पास मलबा आने से अवरुद्ध हो गया। उत्तरकाशी केदारनाथ मार्ग भी सिरी गांव के पास अवरुद्ध है। रुद्रप्रयाग जनपद में गौरीकुंड हाईवे तिलवाड़ा के पास भूस्खलन से बंद हो गया। सभी मार्गों को खोलने का काम जारी है। कुमाऊं के पिथौरागढ़ जनपद में अस्कोट-कर्णप्रयाग मार्ग लालघाटी के पास मलबा आने से बंद हो गया है।
प्रदेश के सात जिलों देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ व ऊधम सिंह नगर के लिए अगले 48 घंटों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसको देखते हुए यहां आपदा राहत प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
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