Uttarakhand विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी शीतकाल के लिए बंद, 930 पर्यटक पहुंचे इस बार
चमोली जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी आज शनिवार दोपहर के बाद शीतकाल में पर्यटकों की आवाजाही के लिए बंद हो गई। कोरोना के कारण इस बार शुक्रवार तक सिर्फ 930 पर्यटक फूलों की घाटी के दीदार को पहुंचे, जबकि घाटी का दीदार करने सिर्फ पांच विदेशी पर्यटक पहुंचे। पर्यटकों से राष्ट्रीय पार्क प्रशासन को 27 लाख 60 हजार 450 रुपये की आय प्राप्त हुई है।
आपको बता दें कि विश्व धरोहर फूलों की घाटी में 500 से अधिक प्रजाति के रंग बिरंगे फूल खिलते हैं। 87.50 वर्ग फुट में फैली फूलों की घाटी की खोज वर्ष 1932 में ब्रिटिस पर्वतारोही व वनस्पति शास्त्री फ्रैंकस्मित ने की थी। वर्ष 1937 में फ्रैंकस्मित ने वैली आफ फ्लावर नामक पुस्तक लिखकर अपने अनुभवों को देश दुनियां के सामने रखा तो फिर यह अनाम घाटी दुनिया के प्रकृति प्रेमियों की पहली पसंद बन गई। फूलों की घाटी को वर्ष 2005 में विश्व धरोहर का दर्जा प्राप्त हुआ।
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