Uttarakhand चीन सीमा पर हाई अलर्ट, सेना और आईटीबीपी के साथ तीन जिलों का खुफिया तंत्र भी सतर्क
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद उत्तराखंड से सटी चीन सीमा पर भी सेना और आईटीबीपी हाई अलर्ट पर आ गए हैं। चीन सीमा से सटे 3 जिलों में स्थानीय खुफिया तंत्र भी अपने स्तर पर सतर्क हो गया है। उत्तराखंड में स्थित भारत और चीन के बीच की सीमा में संवेदनशील जगहों पर आइटीबीपी के साथ सेना भी पेट्रोलिंग कर रही है। उत्तराखंड से सटी सीमा पर तनाव पैदा करने की कोशिश चीन पहले करते रहा है, सूत्रों के अनुसार पिछले 1 महीने के दौरान चीन ने यहां भी तनाव पैदा करने की कोशिश की थी, इसी को देखते हुए यहां देश का सुरक्षा तंत्र पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। भारत की ओर से अपनी सीमा में सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाई जा रही है, साथ ही रक्षा तंत्र को मजबूत किया जा रहा है।
उत्तराखंड में मुख्य रूप से पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी जिले में चीन की सीमा पड़ती है, पिथौरागढ़ जिले में नाभिढांग से लेकर लिपुलेख तक आईटीबीपी और सेना सतर्कता बरत रही है। कुछ दिनों पहले खुफिया सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार लिपु पास में चीनी सैनिकों ने अपनी सीमा से बैनर दिखाकर भारतीय सीमा में बनाए गए आवास और दूसरे निर्माण का विरोध किया था, हालांकि अभी यहां स्थिति तनावपूर्ण नहीं है, लेकिन लद्दाख में हुई घटना को देखते हुए यहां सतर्कता बरती जा रही है। धारचूला और लिपुलेख के बीच में हाल ही में सीमा सड़क संगठन द्वारा पूरी की गई सड़क पर नेपाल के विरोध को देखते हुए भी यहां सतर्कता बरती जा रही है, मिलम की ओर भी ITBP ने सतर्कता बढ़ाई है। वहीं चमोली जिले में बड़ाहोती और माणा पास में चीन पूर्व में घुसपैठ की कोशिश कर चुका है, इसको देखते हुए यहां जिले की सीमा पर भी सुरक्षाबलों की संख्या को मजबूत किया जा रहा है। उत्तरकाशी जिले में नेलांग में चीन की सीमा पर चीन की ओर से तनाव पैदा करने की जानकारी कुछ दिनों पहले सूत्रों के हवाले से आई थी, हालांकि इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई थी। उत्तरकाशी जिले में हरसिल और इससे आगे के इलाके में लगातार सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाई जा रही है, यहां भी सीमा सड़क संगठन के द्वारा चीन सीमा की ओर बनाई जा रही सड़क के कारण तनाव पैदा करने की कोशिश कर सकता है। पिथौरागढ़, चंपावत और उत्तरकाशी जिले में राज्य प्रशासन की ओर से अपने स्थानीय खुफिया तंत्र को सक्रिय कर दिया गया है, ताकि सीमा पर हो रही हलचल की खबर मिलती रहे। उत्तराखंड से सटी नेपाल सीमा पर भी खासी सतर्कता बढ़ती जा रही है, यहां एसएसबी हाई अलर्ट पर है।
इस सब के बीच राज्य सरकार की ओर से चीन से सटी सीमा तक भारतीय स्थानीय चरवाहों को जाने की इजाजत दे दी गई है, पूर्व में चीन की गतिविधियों पर नजर रखने में ये चरवाहे काफी महत्वपूर्ण साबित हुए हैं।
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